संवाददाता सुमित कुमार
UP News: 25 नवंबर को उत्तर प्रदेश में सभी मांस की दुकाने बंद रखने का सख्त आदेश दिया है. मुख्यमंत्री ने इस दिन स्लाटर हाउसों को भी बंद रखने का निर्देश दिया है. सीएम योगी ने कहा कि महापुरुषों की जयंती पर मांस -मछली की दुकानें व सभी स्लाटर हाउस बंद रहेंगे.
सीएम योगी के इस फैसले का सिंधी समाज ने आभार जताया है. सीएम योगी के इस आदेश के बाद विशेष सचिव धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने उत्तर प्रदेश के सभी मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी और नगर आयुक्तों को लेटर जारी कर दिया है.
आपको बता दें कि 25 नवंबर को साधु टीएल वासवानी की जयंती है. सीएम योगी ने ये फैसला किया है. विशेष सचिव ने अपने भेजे गए पत्र में कहा कि साधु टीएल वासवानी की जयंती पर सभी स्लाटर हाउस और मांस-मछली की दुकानों को बंद रखा जाएगा. इसके अलावा आदेश में गौतम बुद्ध जयंती, महावीर जयंती, गांधी जयंती और शिवरात्रि जैसे महापर्वों पर जैसे सभी मांस की दुकानें बंद रखी जाती हैं वैसे ही इस बार से 25 नवंबर को भी सभी स्लाटर हाउस (बूचड़खाने) और मांस की दुकानें बंद रहेंगी. इसके लिए सभी नगर निकायों में स्थित मांस की दुकानों और स्लाटर हाउस को बंद रखने के लिए सीएम योगी ने अफसरों को निर्देश दिया है साथ ही इसे कड़ाई से पालन करने का भी आदेश दिया है
अयोध्या राम मंदिर में जनवरी के आखिरी सप्ताह में होने वाले रामलला के अभिषेक के भव्य आयोजन को देखते हुए इंडियन रेलवे ने अपने स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं. रेलवे ने अयोध्या रेलवे स्टेशन का फ्रंट गेट और मुखौटा राम मंदिर की तर्ज पर बनाया है. मंदिर के उद्घाटन के दौरान होने वाली भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे देशभर से बड़े पैमाने पर अयोध्या के लिए विशेष ट्रेनें चलाने की भी योजना बना रहा है. माना जा रहा है कि रेलवे एक हफ्ते के दौरान अयोध्या के लिए 100 से भी अधिक विशेष ट्रेनों का संचालन कर सकता है. जरूरत के हिसाब से देश के सभी जोन को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है. रेल मंत्रालय ने कहा कि अयोध्या रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास कार्य दो चरणों में किया जा रहा है. 240 करोड़ रुपये की लागत वाले पहले चरण का काम इसी वर्ष 31 दिसंबर तक पूरा हो जाएगा.
इसमें स्टेशन की क्षमता को मौजूदा 5000 यात्रियों से बढ़ाकर एक लाख यात्री किया जा रहा है. दूसरे, स्टेशन का मुख्य द्वार और पूरा मुखौटा राजस्थान के भरतपुर के बंसी पहाड़पुर के उन्हीं पत्थरों से निर्मित किया गया है, जिनका उपयोग रामलला के मंदिर के निर्माण में किया जा रहा है. बताया जाता है कि विश्व भर में विख्यात इस पत्थर की अवधि 5 हजार साल से भी अधिक होती है. इसकी चमकर बारिश होने पर और बढ़ जाती है. प्लेटफार्म और स्टेशन के सामने दोनों ओर मंदिर जैसे 8 पिरामिड का निर्माण किया गया है. स्टेशन के सामने वाले गेट से प्रवेश करते ही लोगों को अयोध्या मंदिर में प्रवेश करने का सुखद अहसास होगा. अधिकारियों ने बताया कि स्टेशन पर फिलहाल 3 प्लेटफॉर्म हैं लेकिन 422 करोड़ रुपए के दूसरे चरण में इसे 6 प्लेटफॉर्म बनाया जाएगा