Mar 27, 2023, 09:22 IST

UP News: यूपी की सीमा में अतीक अहमद की एंट्री, कड़ी सुरक्षा के बीच प्रयागराज लाया जा रहा माफिया

UP News: यूपी की सीमा में अतीक अहमद की एंट्री, कड़ी सुरक्षा के बीच प्रयागराज लाया जा रहा माफिया 

प्रयागराज। उमेश पाल मर्डर केस के आरोपी गैंगस्टर अतीक अहमद को यूपी पुलिस गुजरात के अहमदाबाद से यूपी के प्रयागराज लेकर जा रही है। काफिला मध्य प्रदेश के के शिवपुरी से झांसी पहुंच चुका है। पुलिस के काफिले ने अब तक 13 घंटे यानी रविवार शाम 6 बजे से सोमवार सुबह 7 बजे तक 780 किमी का सफर तय कर लिया है। यूपी पुलिस अतीक को रविवार शाम को 6 बजे साबरमती जेल से लेकर निकली थी।

अतीक को प्रयागराज के एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट में 28 मार्च को पेश किया जाएगा। प्रयागराज लाने के दौरान अतीक एसटीएफ की वैन में करीब 1300 किलोमीटर का रास्ता तय करेगा। सफर 22 से 24 घंटे का है। पुलिस ने पहले रूट सार्वजनिक नहीं किया, लेकिन बाद में पता चला कि अतीक को हिम्मतनगर-शामलाजी के रास्ते राजस्थान, मध्य प्रदेश होते हुए प्रयागराज के लिए ले जाया जा रहा है। काफिले की सुरक्षा के लिए दो वैन में करीब 30 हथियारबंद जवान मौजूद हैं।

साबरमती जेल के बाहर अतीक ने मीडिया से कहा था, 'ये मेरी हत्या करना चाहते हैं।' जेल में आखिरी वक्त तक अतीक को पता नहीं था कि उसे यूपी ले जाने के लिए एसटीएफ आई है। जब जेल में उसका मेडिकल हुआ तब उसे जानकारी मिली।

मध्य प्रदेश के शिवपुरी से 20 किमी पहले काफिले को रोका गया। गाड़ी से उतरते वक्त अतीक ने कहा, काहे का डर मुझे किसी का डर नहीं। पुलिस ने बताया कि अतीक को वॉशरूम जाना था इसलिए कुछ देर हम यहां रुके हैं। शिवपुरी से टीम 100 किलोमीटर चलकर उत्तर प्रदेश के झांसी पहुंचेगी। झांसी से प्रयागराज की दूरी करीब 420 किलोमीटर है।

मध्य प्रदेश की टीम अहमदाबाद से शामलाजी पहुंची और करीब साढ़े तीन घंटे में 150 किलोमीटर का सफर पूरा कर राजस्थान बॉर्डर में एंट्री की। राजस्थान में काफिला 130 किलोमीटर चलकर उदयपुर पहुंचा। यहीं पर दो घंटे रुका।

28 मार्च को कोर्ट का जो फैसला आना है, वह उमेश पाल की हत्या का केस नहीं है। बल्कि, उस दिन फरवरी 2006 में उमेश पाल की किडनैपिंग के बाद हुई FIR में फैसला आना है। अपहरण के इस मामले को लेकर 2007 में उमेश ने अतीक और उसके साथियों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। तब राज्य में समाजवादी पार्टी की सरकार थी।

अतीक को जिस काफिले में लाया जाएगा, उसमें 6 गाड़ियां शामिल हैं। इनमें 2 वज्र वाहन भी हैं। सड़क मार्ग से लाते वक्त अतीक अहमद को वज्र वाहन के अंदर ही रखा गया है। जिस रूट से अतीक को प्रयागराज लाया जा रहा है, उसे पूरी तरह से गुप्त रखा गया है। अतीक को गुजरात से प्रयागराज लाने में 30 घंटे से ज्यादा वक्त लग सकता है।

साबरमती जेल से अतीक को लेकर लौट रही 45 पुलिसकर्मियों की टीम में सिर्फ 5 अधिकारियों के पास ही मोबाइल फोन है। इनमें IPS अभिषेक भारती, एक अन्य IPS और 3 डीएसपी शामिल हैं। जिस वज्र वाहन में अतीक सवार है, उसमें तैनात किसी पुलिसकर्मी के पास मोबाइल नहीं है। इन 5 अफसरों को छोड़कर सभी पुलिसकर्मियों के मोबाइल पहले ही जब्त किए जा चुके हैं। अतीक को साबरमती जेल से लाने के लिए यूपी पुलिस की टीम रविवार सुबह ही गुजरात पहुंच गई थी। दरअसल, अतीक और उसका भाई अशरफ उमेश पाल हत्याकांड में भी आरोपी हैं। अतीक के भाई और पूर्व विधायक अशरफ की बात करें तो वह बरेली जेल में कैद है। उसे सोमवार सुबह 10 बजे यहां से प्रयागराज ले जाया जाएगा। मंगलवार को कोर्ट में उसकी पेशी होनी है. अतीक के साथ अशरफ को भी ट्रायल का सामना करना होगा।

उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश करने के बाद सभी जिलों के कप्तान अतीक अहमद के काफिले के रूट को क्लियर कराएंगे। पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के पुलिस कप्तान को अलर्ट पर रखा है। पुलिस को इनपुट मिला है कि अतीक अहमद के लोग झांसी के आसपास काफिले में प्रवेश करने की कोशिश करेंगे। झांसी, जालौन, बांदा, महोबा और चित्रकूट के पुलिस कप्तानों को अतीक अहमद के काफिले को पूरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ निकालने का निर्देश दिया गया है।