Sep 5, 2023, 19:50 IST

UP News: यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का अजीबो गरीब बयान, कहा, पति मारे तो तुम भी लाठी लेकर मारो

UP News: यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का अजीबो गरीब बयान, कहा, पति मारे तो तुम भी लाठी लेकर मारो

Lucknow News: यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी शराबबंदी की पक्षधर हैं। मंगलवार को सूबे के बस्ती जिले का दौरा करते हुए आनंदीबेन पटेल ने शराबबंदी को लेकर अपने विचार जनता के बीच रखे।

यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शराबबंदी को लेकर कहा कि शराब पीकर अगर पति अपनी पत्नी को मारता है तो पत्नियां भी लाठी उठाकर अपने पति को मारे। राज्यपाल ने कहा कि दारू पीकर आए पति और मार खाए हमारी महिलाएं, इसलिए अगर पति दारू पीकर अपनी पत्नी को मारता है तो ऐसे शराबियों के लिए पत्नियां भी लाठी रखें और विरोध में अपने पति को उसी लाठी से जमकर पिटाई करें।

महिलाओं को यह सलाह देते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जिले में जहां भी दारू की भट्टी चल रही है। वहां हमारी महिलाएं जाएं और पुलिस के सहयोग से उन भट्टियों को तुड़वाए। अब जरूरत है कि हमारी महिलाएं गांव-गांव शराबबंदी को लेकर आंदोलन चलाएं। उन्होंने यह भी कहा की शराबबंदी को लेकर दो अक्टूबर गांधी जयंती को इस अभियान की शुरुआत राजभवन से की जाएगी।

आनंदीबेन पटेल शराब को हजार बुराइयों की जड़ मानती हैं। उनका कहना है नशा परिवार की खुशहाली छीन लेता है। अगर लोग शराब और गुटखा खाना बंद नहीं करेंगे तो समाज का स्वास्थ्य नही बन सकता।

आनंदीबेन पटेल ने गुजरात की संस्था शंकूस कैंसर अस्पताल के उद्घाटन के अवसर पर बस्ती जिले के सोनुपार गांव में ग्रामीणों के बीच अपने यह विचार रखे। इसके साथ ही राज्यपाल आनंदी पटेल ने महिलाओं में बढ़ रहे कैंसर पर भी चिंता व्यक्त की.

आनंदीबेन पटेल ने कहा कि 9 साल से 14 साल की बेटियों को अगर तीन साल तक टीका लगवाया जाए तो उन्हें कभी कैंसर नहीं होगा। महिलाओं को कैंसर से बचाने के लिए राज्यपाल ने दो हजार रुपए खर्च कर वैक्सीन लगवाने की सलाह ग्रामीण महिलाओं को दी।

उन्होंने कहा कि खुद जाकर अपनी बेटी को वैक्सीन लगाएं, क्योंकि बेटी से आप प्यार करते हैं और बेटी भी आपसे प्यार करती है। इसलिए यदि आप दो हजार रुपए का टीका लगा देंगे, तो बेटी को भविष्य में बीमारी नहीं होगी और वह कैंसर जैसी बीमारी से बच जाएगी। यह आम लोगों को दायित्व है कि वह अपनी बेटी को कैंसर से बचाव का टीका लगाएं।

प्रदेश सरकार की राजस्व आय का सबसे बड़े स्रोत आबकारी विभाग है। शराब, बियर और वाइन की बिक्री से ही सूबे के कुल राजस्व का करीब 11 फीसदी राजस्व आता है। यहीं वजह है कि इस वित्तीय वर्ष में योगी सरकार ने 58 हजार करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है।

बीते वर्ष 2022-23 में आबकारी विभाग ने शराब, बियर और वाइन की बिक्री से 41,252.24 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त किया था। जबकि वर्ष 2021-22 में 36,321.12 करोड़ रुपए आबकारी राजस्व के रूप में सरकार के खजाने को प्राप्त हुए थे।

यही वजह है कि योगी सरकार शराबबंदी करने के पक्ष में नहीं है। जब बिहार सरकार द्वारा राज्य में शराबबंदी लागू की गई थी, तब यूपी में भी शराबबंदी लागू करने की मांग हुई थी, लेकिन योगी सरकार इसके लिए तैयार नहीं हुई।