Reva: मध्य प्रदेश के नवगठित जिले मऊगंज के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट मतलब कलेक्टर साहब को एक छात्रा ने अचानक फोन लगाया तथा बोली, 'सर, मैं रिचा बोल रही हूं। मेरा मोबाइल गुम गया है तथा मुझे पढ़ाई में बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
मध्य प्रदेश के नवगठित जिले मऊगंज का यह मामला है। जमुई गांव में रहने वाली एक छात्रा ने अपनी परेशानी सुनाने के लिए जिले के कलेक्टर को फोन लगा दिया। प्रातः 8 बजे कलेक्टर अजय श्रीवास्तव के मोबाइल की घंटी बजी। फ़ोन करने वाली छात्रा ने कहा, ''मैं रिचा तिवारी कक्षा 12वीं की छात्रा बोल रही हूं। 1 वर्ष पहले मेरा मोबाइल चोरी हो गया था। तथा अब मेरी पढ़ाई नहीं हो पा रही।' छात्रा की बात सुनकर कलेक्टर हैरत में पड़ गए। लड़की से कलेक्टर ने पूछा- मोबाइल का क्या करोगी? छात्रा ने कहा- मोबाइल न होने की वजह से मेरी पढ़ाई नहीं हो पा रही है। आगे कलेक्टर ने पूछा- 10वीं और 11वीं कक्षा में कितने प्रतिशत मार्क्स बने थे। छात्रा ने उत्तर दिया- '82 प्रतिशत'। कलेक्टर साहब बोले- आगे क्या करना चाहती हो?
कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने छात्रा का आत्मविश्वास देखकर मोबाइल गिफ्ट करने का फैसला ले लिया। उन्होंने छात्रा को अपने ऑफिस बुलाया तथा समझाया कि मोबाइल का उपयोग केवल पढ़ाई में करना। इसका गलत उपयोग नहीं और मोबाइल गिफ्ट कर दिया। डीएम अजय श्रीवास्तव ने कहा, ''मुझे अच्छा लगा की छात्रा अपनी परेशानियां बताने में किसी प्रकार से हिचकिचाई नहीं। मेरे पूछे गए सवालों के जवाब बेबाक दिए। इस कारण मैंने छात्रा को मोबाइल गिफ्ट करने का फैसला किया।
कक्षा 12वीं की छात्रा रिचा तिवारी जिले के छोटे से जमुई गांव में रहने वाले निर्धन परिवार से ताल्लुक रखती है। 12 मई 2022 को उसका मोबाइल चोरी हो गया था। तब से वह मोबाइल न होने के कारण पढ़ाई में परेशानी महसूस करती थी। कलेक्टर का नंबर जैसे ही रिचा को मिला, किसी दूसरे के नंबर से कॉल करके अपनी समस्या बताने में देरी नहीं की। अब वह मोबाइल का उपयोग अपने सब्जेक्ट के नोट्स तैयार करने में करेगी। बता दें कि हाल ही में मऊगंज जिला आस्तित्व में आया है तथा 15 अगस्त से कलेक्टर बैठने लगे हैं।