Pratapgarh: प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान का समापन समारोह शुक्रवार को पंचायत समिति प्रतापगढ़ की ग्राम पंचायत गादोला में हरितमा के बीच आयोजित हुआ। समारोह की अध्यक्षता जिला कलक्टर डॉ. अंजलि राजोरिया ने की। उन्होंने उपस्थित जनसमूह को जल संरक्षण का संकल्प दिलाया और वर्ष भर जल बचाने की अपील की।
जल है तो कल है और यही हमारा संकल्प है: जिला कलक्टर
जिला कलेक्टर डॉ. राजोरिया ने कहा कि “पानी से हमारा जीवन जुड़ा है। जब तक समाज के हर वर्ग की भागीदारी नहीं होगी, तब तक जल संरक्षण का सपना अधूरा रहेगा। उन्होंने कहा कि जल बचाने की सबसे बड़ी प्रेरणा हमें किसानों, महिलाओं और बच्चों से मिलती है, जो प्रतिदिन जल के महत्व को प्रत्यक्ष अनुभव करते हैं। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से आह्वान किया कि हर दिन हर बूंद के संरक्षण का संकल्प लें।
राज्य सरकार की पहल, जनसहभागिता से मिला बल
मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद पर्वत सिंह चुंडावत ने कहा कि हमने जल दोहन तो किया, परंतु पुनर्भरण की दिशा में प्रयास कम हुए। राज्य सरकार ने यह समझा कि जल संरक्षण केवल सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि जन आंदोलन होना चाहिए। इसी सोच के तहत यह पखवाड़ा शुरू हुआ, जिसमें जिले के हर गांव, हर ब्लॉक में जल संबंधी गतिविधियां आयोजित की गईं। कार्यक्रम में वाटरशेड विभाग के अधीक्षण अभियंता ने बताया कि यह अभियान वर्षा जल संचयन, जल स्रोतों के पुनर्भरण और पारंपरिक जल संरचनाओं के संरक्षण पर केंद्रित रहा। उन्होंने कहा हमें बहते जल को चलाना और चलते जल को रोकना सीखना होगा।
पानी की गुणवत्ता की लाइव टेस्टिंग
कार्यक्रम में पीएचईडी विभाग की ओर से पेयजल गुणवत्ता परीक्षण का लाइव डेमोंस्ट्रेशन प्रस्तुत किया गया। एसई पीएचईडी ने बताया कि हर पंचायत को टेस्टिंग किट प्रदान की जा रही है, जिससे टीडीएस, नाइट्रेट, फ्लोराइड, लोहा, क्लोरीन आदि की जांच की जा सकेगी। इस हेतु हर पंचायत की तीन महिलाओं को प्रशिक्षित भी किया गया है। कार्यक्रम में जिला कलक्टर द्वारा एक किट सरपंच को सुपुर्द की गई।
ओपन वेल सफाई एवं पर्यावरण संरक्षण का संदेश
कार्यक्रम में ओपन वेल की सफाई का प्रत्यक्ष डेमोंस्ट्रेशन कर यह बताया गया कि परंपरागत कुओं की सफाई और संरक्षण किस प्रकार किया जा सकता है। साथ ही जिला कलक्टर, सीईओ जिला परिषद, सरपंच एवं अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। अभियान के तहत जिले के विभिन्न स्थलों पर वृक्षारोपण कर यह संदेश दिया गया कि पर्यावरण संरक्षण अति महत्वपूर्ण है।
उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों का हुआ सम्मान
कार्यक्रम में जल संरक्षण अभियान में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों एवं भामाशाहों को प्रतीक चिह्न एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अधीक्षण अभियंता प्रदीप जी, जिला रसद अधिकारी रामचंद्र शेरावत, अधिशासी अभियंता हेमंत वार्ष्णेय, सहायक अभियंता रामनारायण चौधरी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक डॉ. टी. आर. आमेटा सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी, सरपंच एवं आमजन उपस्थित रहे। मंच का संचालन डॉ. आमेटा ने किया।