संवाददाता सुमित कुमार
इंदौर । नबंर वन आने की आदत रखने वाले इंदौर का दबदबा आसमान में भी कायम है। प्रदेश में स्थित पांच एयरपोर्ट्स में से इंदौर सबसे बहुत आगे है। इतना आगे कि बाकी चार एयरपोर्ट मिलकर भी इंदौर की बराबरी नहीं कर पा रहे हैं। पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 के आंकड़े यात्री उड़ानों और कार्गो के मामलों में इंदौर के बहुत आगे होने की खुलकर गवाही दे रहे हैं। यह खुलासा एयरपोर्ट अथोरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में हुआ है।
रिपोर्ट में वर्ष 2023-24 की तुलना 2022-23 से भी कई गई है। इसमें भी इंदौर ने बढ़त दर्ज की है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में कुल पांच एयरपोर्ट हैं, जिनमें इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और खजुराहो शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2023-24 यानी 1 अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2024 के बीच मध्यप्रदेश के इन पांच एयरपोर्ट से कुल 55 लाख 3 हजार 300 यात्रियों ने सफर किया। इनमें से अकेले इंदौर से सफर करने वाले यात्रियों की संख्या 34 लाख 64 हजार 831 है, जो प्रदेश की कुल यात्री संख्या का 63 प्रतिशत है, जबकि इस दौरान भोपाल से 13 लाख 80 हजार 571 यात्रियों ने सफर किया, जो कुल यात्री संख्या की तुलना में 25 प्रतिशत है, वहीं तीसरे स्थान पर जबलपुर को 3 लाख 28 हजार 31 यात्री मिले, जो 6 प्रतिशत है, जबकि ग्वालियर को 2 लाख 75 हजार 397 यात्री मिले, जो 5 प्रतिशत है, वहीं सबसे कम खजुराहो को 54 हजार 470 यात्री मिले, जो प्रदेश की कुल यात्री संख्या का 1 प्रतिशत से भी कम है।
हालात यह है कि प्रदेश के कुल हवाई यात्रियों में से 63 प्रतिशत अकेले इंदौर को मिले हैं, जबकि बाकी चार एयरपोर्ट मिलकर 37 प्रतिशत यात्री पा सके हैं, जिसमें राजधानी भोपाल भी शामिल है। यही हाल कार्गो में भी है। पूरे प्रदेश का 80 प्रतिशत कार्गो सिर्फ इंदौर से जा रहा है उड़ानों और यात्रियों से भी ज्यादा बढ़त इंदौर में हवाई माल परिवहन यानी कार्गो में बनाई है। पूरे प्रदेश से 2023-24 में कुल 12 हजार 788 मैट्रिक टन कार्गो का परिवहन हुआ, जिसमें से अकेले इंदौर से 10 हजार 189 टन कार्गो परिवहन हुआ है। यह प्रदेश के कुल कार्गो का 80 प्रतिशत है, जबकि जबलपुर और खजुराहो से कार्गो परिवहन हुआ ही नहीं और भोपाल और ग्वालियर का मिलकर 20 प्रतिशत तक पहुंचा है।
57 प्रतिशत से ज्यादा उड़ानें इंदौर से
रिपोर्ट के मुताबिक यात्रियों की तरह ही उड़ानों के मामले में भी सारे एयरपोर्ट मिलकर भी इंदौर के बराबर नहीं पहुंच पाए हैं। 2023-24 में मध्यप्रदेश के पांचों एयरपोर्ट से कुल 55 हजार 655 उड़ानों का संचालन हुआ। इनमें से 32 हजार 11 उड़ानें अकेले इंदौर से संचालित हुई हैं, जो प्रदेश की कुल उड़ानों का 57.5 प्रतिशत है, जबकि शेष चार एयरपोर्ट्स को मिलाकर कुल 23 हजार 644 उड़ानें संचालित हुई हैं, जो प्रदेश की कुल उड़ानों का 42.5 प्रतिशत है।
रिपोर्ट को देखें तो वित्तीय वर्ष 2023-24 की तुलना 2022-23 से भी की गई है। इंदौर ने प्रदेश के बाकी एयरपोर्ट को पीछे छोड़ा है, बल्कि पिछले वित्तीय वर्ष की अपेक्षा यात्री, उड़ानों और कार्गो जैसे हर मामले में बढ़त भी दर्ज की है। 2022-23 में प्रदेश की कुल उड़ानों में से इंदौर से 52 प्रतिशत का संचालन हुआ था, जो इस साल बढक़र करीब 58 प्रतिशत हो चुकी हैं। पिछली बार इंदौर को 61 प्रतिशत यात्री मिले थे, जबकि इस बार 63 प्रतिशत यात्री मिले हैं। वहीं कार्गो में भी पिछली बार इंदौर से प्रदेश का 76 प्रतिशत कार्गो परिवहन हुआ था, जबकि इस बार यह आंकड़ा 80 प्रतिशत पर पहुंचा है।
मध्यप्रदेश में वित्तीय वर्ष 2022-23 की तुलना में 2023-24 बेहतर साबित हुआ। 2022-23 में जहां प्रदेश से कुल 48 हजार 789 उड़ानों का संचालन हुआ था, जबकि 2023-24 में 55 हजार 655 उड़ानों का संचालन हुआ, यानी 6866 उड़ानें बढ़ी हैं, जो पिछले साल की अपेक्षा 14 प्रतिशत की बढ़त है। इसी तरह पिछली बार जहां प्रदेश के हवाई यात्रियों की संख्या 46 लाख 40 हजार 310 थी, वहीं इस बार यह बढक़र 55 लाख 3 हजार 300 यात्रियों तक पहुंची, इस तरह इस बार 8 लाख 62 हजार 990 यात्री बढ़े हैं, जो करीब 19 प्रतिशत की बढ़त है। हालांकि कार्गो के मामले में इस बार प्रदेश पिछड़ा है। 2022-23 में जहां मध्यप्रदेश से कुल 13 हजार 915 मैट्रिक टन कार्गो का परिवहन हुआ था, वहीं 2023-24 में यह आंकड़ा घटकर 12 हजार 788 मैट्रिक टन तक ही पहुंच पाया है।