संवाददाता सुमित कुमार
MP News - मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय ने अयोग्य विवादित एवं कार्यक्षमताहीन स्टाफ नर्स को आयुर्वेद के छात्र छात्राओं की परीक्षा का पर्यवेक्षक बनाया गया था जिसको लेकर एनएसयूआई नेता रवि परमार ने गुरुवार को कुलपति को पत्र लिखकर तत्काल हटाने की मांग की थी एनएसयूआई मेडीकल विंग की शिकायत पर परीक्षा नियंत्रक ने अयोग्य स्टाफ नर्स रजनी नायर को हटाते हुए शासकीय यूनानी कॉलेज की प्रोफेसर डॉ हीना कौसर को पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी।
दरअसल, विवि प्रशासन ने विवादित एवं कार्यक्षमताहीन स्टाफ नर्स रजनी नायर को सोमवार को आयुर्वेद की परीक्षा के लिए पर्यवेक्षक बनाया था लेकिन इसे लेकर एनएसयूआई मेडिकल विंग के प्रदेश समन्वयक रवि परमार ने साक्ष्यों के साथ विरोध जताया था।
रवि परमार ने मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र लिखकर अयोग्य कार्यक्षमताहीन एवं विवादित स्टाफ नर्स को तत्काल हटाने की मांग करते हुए, विश्वविद्यालय की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए थे। परमार ने पूछा था कि क्या मध्यप्रदेश के आयुष कॉलेजों में योग्य प्राध्यापक नहीं हैं, जो एक अयोग्य नर्सिंग स्टाफ, जिन्हें आयुर्वेद का ज्ञान तक नहीं हैं उनको आयुर्वेद की परीक्षा का पर्यवेक्षक बनाया। ये विश्वविद्यालय के अधिकारियों की कार्यक्षमता का स्तर दर्शाता है।