May 11, 2024, 15:06 IST

Haryana News: जींद में चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए पुरुष ने खुद को बताया गर्भवती महिला, जांच के आदेश जारी

Haryana News: जींद में चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए पुरुष ने खुद को बताया गर्भवती महिला, जांच के आदेश जारी

Haryana: हरियाणा के जींद में चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए एक पीजीटी पुरुष शिक्षक ने एक अनोखा रस्ता अपनाया है। शिक्षक ने खुद को एक महिला के रुप में दर्शाया और वो भी गर्भवती। यह खुलासा तब हुआ जब शिक्षक सतीश कुमार की कहीं भी डयूटी नहीं लगी और सॉफ्टवेयर ने गर्भवती महिला होने पर डाटा नहीं उठाया।

डाहौला स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ने जिला प्रशासन के पास भेजे गए कर्मचारियों के डाटा में पीजीटी हिंदी के पद पर कार्यरत शिक्षक सतीश कुमार को न केवल महिला कर्मचारी दर्शाया बल्कि उसे गर्भवती होना भी दर्शाया है। इसका पता चलने पर डीसी ने गुरुवार को पीजीटी सतीश कुमार, प्राचार्य अनिल कुमार और स्कूल के कंप्यूटर ऑपरेटर मंजीत को तलब किया। कई बार पूछा कि यह सब कैसे हुआ? तीनों ने इसमें अनभिज्ञता जाहिर की।

जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी मोहम्मद इमरान रजा के सामने आते ही उनहों ने जांच कमेटी गठित कर दी। इस मामले को निर्वाचन आयोग और शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों के पास भी भेजा जाएगा। प्राचार्य अनिल कुमार ने कहा कि ये गलती न तो उनके स्तर पर हुई है और न ही खंड शिक्षा अधिकारी के। किसने ये गलती की है, उन्हें जानकारी नहीं है।

इस दौरान डीसी कार्यालय में उपस्थित डीआइओ सुषमा देसवाल ने डीसी को बताया कि कुछ लोगों ने उनके पास आकर मौखिक जानकारी दी थी और जांच करवाने की मांग की थी। गौरतलब है कि चुनाव को संपन्न करवाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है, जिनमें चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से लेकर क्लास वन तक के अधिकारी भी शामिल होते हैं। कर्मचारियों के पीठासीन अधिकारी, सहायक पीठासीन अधिकारी के अलावा एसएसटी, एफएसटी, वीडियो सर्विलेंस टीम, वीडियो वीविंग टीम, फ्लाइंग स्क्वेड आदि अनेक टीमों में ड्यूटी होती है। इसी बीच जिला प्रशासन के पास प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा चुनावी ड्यूटी से छुटकारा पाने के लिए सिफारिश पहुंचती हैं लेकिन चुनावी ड्यूटी से छूट जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुरूप केवल किसी विशेष परिस्थिति में ही दी जाती है।

प्राचार्य ने कहा कि ये गलती न तो उनके स्तर पर हुई है और न ही खंड शिक्षा अधिकारी के। किसने ये गलती की है, उन्हें जानकारी नहीं है। डीसी ने बैठाई जांच कमेटी डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने बताया कि कर्मचारी चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए इस तरह का कदम भी उठा सकते हैं।

यह अपने आप में एक अनूठा और आश्चर्यजनक मामला है। इस मामले में नगराधीश एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी नमिता कुमारी की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी बैठाई गई है। जांच कमेटी द्वारा इस पूरे मामले की छानबीन की जाएगी। इस मामले में जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ-साथ इस केस की रिपोर्ट शिक्षा विभाग और निर्वाचन आयोग के पास में ही भेजी जाएगी।