Dec 3, 2023, 18:19 IST

मिशन रोजगार के तहत चयनितों को CM योगी ने सौंपा नियुक्ति पत्र

मिशन रोजगार के तहत चयनितों को CM योगी ने सौंपा नियुक्ति पत्र

संवाददाता सुमित कुमार

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को लखनऊ स्थित लोकभवन में  'मिशन रोजगार' के अंतर्गत उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा चयनित 242 सहायक बोरिंग टेक्नीशियन अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र बांटा। इस दौरान जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और जल शक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा समेत कई अन्य लोग मौजूद रहे। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा- निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत चयनित सभी टेक्नीशियनों को हृदय से बधाई और शुभकामनाएं। यह 'नियुक्ति-पत्र' आपके और आप सभी के परिवार के साथ ही समाज की खुशहाली का आधार बनेगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सहायक बोरिंग टेक्नीशियन के रूप में ट्यूबवेल ऑन और ऑफ करने तक ही जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि अपने अन्नदाता किसानों को राहत देने के लिए सरकार ने व्यापक पैमाने पर तैयारी की है। यहां पर्याप्त जल संसाधन है। हमारे पास भूजल, सरफेस वाटर और सदानीरा नदियां भी हैं। इससे यूपी की धरा को उर्वरा भूमि के रूप में स्थापित करने में मदद की है। यूपी में 70 फीसदी सिंचाई भूजल से होती है।

शेष 30 फीसदी सिंचाई के लिए नहरें आदि बिछाई गई हैं। इसके अलावा 80 फीसदी आबादी को भूगर्भीय जल से पेयजल की आपूर्ति करते हैं। यूपी औद्योगिकीकरण के नए युग में प्रवेश कर रहा है। प्रकृति और परमात्मा ने हमें अमूल्य निधि दी है। विरासत में हमें समृद्ध जल संपदा मिली, लेकिन इसके संरक्षण का दायित्व हमारा होना चाहिए। एक ओर पेयजल, सिंचाई और उद्योगों के लिए जलापूर्ति करनी है, लेकिन पानी की एक-एक बूंद का संरक्षण भी करना है।

उन्होंने आगे कहा कि साल 2022 में दूसरी बार प्रदेश के अंदर जब डबल इंजन की सरकार आई, तबसे हम लोगों ने इन नियुक्तियों को कुशलतापूर्वक संपन्न कराया। बेहतर कानून व्यवस्था, केंद्र-प्रदेश सरकार की योजनाओं और स्वतः रोजगार के जरिए करोड़ों लोगों को रोजगार से जोड़ने में सफलता पाई। सीएम ने कहा कि हमारी मंशा है कि युवाओं के साथ भेदभाव न हो। जिन्हें विकास अच्छा नहीं लगता, वे हर मुद्दे का राजनीतिकरण करने का प्रयास करते हैं। ऐसे लोग नहीं चाहते कि विकास की प्रक्रिया में यूपी को आगे बढ़ा सकें। 2017 के पहले जिस राज्य को अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में होना चाहिए, वह पिछड़ता गया। उस समय देश में यूपी छठे स्थान पर था। यूपी के नौजवान यहां नौकरी नहीं पाते थे और बाहर जाने पर यूपी का होने के कारण छंटनी हो जाती थी, लेकिन आज युवा और नागरिक सम्मानजनक व्यवहार पाते हैं।