Patna: बिहार में बीपीएससी छात्रों के समर्थन में आमरण अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर का मामला अब और ज्यादा तूल पकड़ता जा रहा है। प्रशांत किशोर जो गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे थे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था और पहले एम्स अस्पताल ले जाया गया, फिर अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उन्हें सशर्त जमानत दी, लेकिन उन्होंने उसे लेने से साफ इनकार कर दिया। प्रशांत किशोर ने कहा कि यदि युवाओं के अधिकारों के लिए संघर्ष करना गुनाह है, तो वह जेल में रहकर भी अपना संघर्ष जारी रखेंगे। उनका यह कदम छात्रों के आंदोलन को और मजबूत करता दिख रहा है।
दरअसल जमानत के बाद जब प्रशांत को बॉन्ड भरने को कहा गया, जिसमें यह लिखा गया था कि, आप (प्रशांत किशोर) इस बात पर बॉन्ड भरें कि प्रतिबंधित इलाके में किसी हालत में धरना प्रदर्शन नहीं करेंगे. यदि आप यह बॉन्ड नहीं भरते हैं तो फिर आगे न्यायालय फैसला लेगा कि आपके साथ क्या किया जाए. प्रशांत को 25 हजार के निजी मुचलके पर बेल मिली थी.
प्रशांत किशोर कि गिरफ्तारी पर जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि, पटना हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार यहां (गांधी मैदान) पर धरना प्रदर्शन करना मना था. इसकी जानकारी प्रशांत किशोर को कई बार दी गई थी. लेकिन बात नहीं मानने पर आज सुबह-सुबह उनकी गिरफ्तारी की गई है. साथ ही 43 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है और 15 गाड़ियों को पकड़ा गया है. जिनमें से 30 लोगो की पहचान हुई है. 5 लोग पटना से हैं, बाकी और विभिन्न जिलों से है. 4 लोग राज्य से बाहर के भी हैं. छात्र की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है. मगर कुछ लोगों ने कहा है कि हम छात्र हैं, जिसकी जांच चल रही है. 3 गाड़ी गांधी मैदान से सीज की गई है. वहीं, 12 गाड़ी जो प्रशासन का पीछा कर रही थी, उनको सूचित किया गया है.