Jan 12, 2023, 15:59 IST

MP: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, जीवन में आगे बढ़ने के लिए स्वामी विवेकानंद को जरूर पढ़ें, मैं पढ़ता...

MP: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, जीवन में आगे बढ़ने के लिए स्वामी विवेकानंद को जरूर पढ़ें, मैं पढ़ता... 

सुमित कुमार - संवाददाता

Indore: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि स्वामी विवेकानंद आदर्श हैं. जीवन में आगे बढ़ने के लिए स्वामी विवेकानंद को जरूर पढ़ना चाहिए. मैं पढ़ता हूं, इससे मुझे रोजाना नए काम करने की प्रेरणा मिलती है.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार  को राष्ट्रीय युवा दिवस पर आरएपीटीसी मैदान महेश गार्ड लाइन में सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कार्यक्रम में शामिल बच्चों से कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि मनुष्य केवल साढ़े तीन हाथ का हाड़-मांस का पुतला नहीं है. वह अमृत का पुत्र है, ईश्वर का अंश है, अमर-आनंद का भागी है और अनंत शक्तियों का भंडार है. दुनिया में कोई काम ऐसा नहीं जो वो न कर सके. हम बड़े से बड़ा काम करने की क्षमता है.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम सामान्य जीवन नहीं जीएंगे, बड़ा काम करना पड़ेगा. इसके लिए शरीर को स्वस्थ रखना होगा. योग करना चाहिए. दुनिया भी अब कर रही है. योग में सूर्य नमस्कार सबसे कारगर है. इसमें लगभग सारे आसन आ जाते हैं. मेरे बच्चों, शरीर में शक्ति होगी, तभी तुम कोई बड़ा काम कर सकोगे. स्वस्थ शरीर के लिए योग और व्यायाम करो. इसके माध्यम से ही महान लक्ष्यों की प्राप्ति संभव है.

उल्लेखनीय है कि स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस 12 जनवरी को युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन देशभर में सामूहिक सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. युवा दिवस के उपलक्ष्य में शासन के निर्देशानुसार सूर्य नमस्कार का जिला स्तरीय मुख्य कार्यक्रम आरएपीटीसी मैदान महेश गार्ड लाईन में आयोजित हुआ. सूर्य नमस्कार कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल हुए. 

कार्यक्रम में चार हजार से ज्यादा विद्यार्थी शामिल हुए. इसके अलावा विभिन्न संस्थानों और संगठनों में सूर्य नमस्कार का आयोजन किया गया. मध्य प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थानों में सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम हुए, जिनमें मंत्रीगणों की मौजूदगी में विद्यार्थियों और आम लोगों ने योग के विभिन्न आसनों का अभ्यास किया. कार्यक्रम में मप्र गान और वंदेमातरम का सामूहिक गायन भी हुआ.