Nov 15, 2022, 22:08 IST

भारत की आबादी में वृद्धि हुई है, जिसका 2050 तक लगातार बढ़ने का अनुमान है।

भारत की आबादी में वृद्धि हुई है, जिसका 2050 तक लगातार बढ़ने का अनुमान है।

15 नवंबर के दिन दुनिया की आबादी 8 अरब पार कर गई।  रिपोर्ट के अनुसार, 1950 की तुलना में वैश्विक आबादी 2022 में तीन गुना बढ़ी है। भारत की आबादी में वृद्धि हुई है, जिसका 2050 तक लगातार बढ़ने का अनुमान है। जबकि दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाले देश चीन में जनसंख्या घटी है। अगले कुछ सालों में चीन की आबादी कम होने का संकेत है। रिपोर्ट यह भी कहती है दुनिया की आबादी अब कम तेजी से बढ़ रही है। उदाहरण देते हुए संयुक्त राष्ट्र ने बताया कि 2010 में दुनिया की आबादी 7 अरब थी। एक अरब की जनसंख्या बढ़ने में 12 साल लगे। ऐसा अनुमान है कि अगले एक अरब की जनसंख्या बढ़ने में 15 साल लग जाएंगे। चलिए विस्तार से समझते हैं

संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी किये गए ताजा रुझानों के आधार पर पता चलता है कि वैश्विक जनसंख्या 2030 तक 8.5 अरब, 2050 तक 9.7 अरब और सदी के अंत 2100 तक दुनिया की आबादी 10.4 अरब पार कर जाएगी। आने वाले दिनों में दुनिया के आठ देश आबादी बढ़ने के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार होंगे। इनमें भारत और पाकिस्तान के अलावा कांगो, मिस्र, इथियोपिया, नाइजीरिया, फिलीपींस और तंजानिया शामिल हैं।

1960 में सबसे तेजी से बढ़ी आबादी
दुनिया की जनसंख्या में सबसे बड़ी वृद्धि 1960 के दशक की शुरुआत में हुई थी, लेकिन फिर जनसंख्या दर धीमी हो गई है। 

कम तेजी से क्यों बढ़ रही आबादी
रिपोर्ट कहती है कि गर्भनिरोधक की अधिक उपलब्धता के साथ प्रजनन स्तर में कमी आई। जैसे-जैसे देशों ने अपनी अर्थव्यवस्थाओं का विकास किया है। शिक्षा के बढ़े हुए स्तर, विशेष रूप से महिलाओं के लिए अधिक रोजगार के अवसर कम तेजी से बढ़ रही आबादी के प्रमुख कारणों में से एक हैं।

औसत उम्र में हो रही बढ़ोत्तरी
बढ़ती जनसंख्या का एक कारण यह भी है कि हम अधिक समय तक जिंदा रहे हैं। 2019 में व्यक्ति की औसत उम्र 72 वर्ष थी। 2050 तक इसके 77 तक पहुंचने की उम्मीद है। कोरोना महामारी के कारण 2021 में औसत 71 वर्ष तक गिर गई थी। हालांकि, कम विकसित देशों में, उच्च मातृ और बाल मृत्यु दर, संघर्ष और एचआईवी संक्रमण के कारण लोग औसत से 7 साल कम जी रहे हैं।

1950 के बाद जन्म दर में कमी
एक महिला औसतन 1950 की तुलना में पांच बच्चों के बजाय दो बच्चों को जन्म देना ज्यादा पसंद कर रही हैं। हालांकि, आंकड़े अलग-अलग क्षेत्रों में भिन्न हैं। उप-सहारा अफ्रीका में एक महिला औसतन चार बच्चों को जन्म दे रही हैं। जबकि ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को छोड़कर ओशिनिया में एक महिला औसतन तीन बच्चों को जन्म दे रही है।

2050 तक बढ़ेगी भारत की आबादी, चीन की घटेगी
दुनिया के आधे से अधिक लोग एशिया में रहते हैं। पूर्व और दक्षिण-पूर्व एशिया में 29% और मध्य और दक्षिण एशिया में 26%। रिपोर्ट ने अगले साल, भारत दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाले देश चीन को पीछे छोड़ देगा। भारत 2050 तक अपनी जनसंख्या में वृद्धि करेगा। इससे उलट चीन की जनसंख्या में गिरावट जारी रहेगी।

युवाओं की संख्या घटेगी, बढ़ेंगे बुजुर्ग
कि आने वाले वर्षों में उच्च आय वाले देशों में जनसंख्या के घटने की उम्मीद है। यही नहीं 2050 तक 65 या उससे अधिक उम्र की वैश्विक आबादी का हिस्सा 10% से बढ़कर 16% हो जाएगा।