लखनऊ। यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा प्रमुख मायावती ने ‘भितरघातियों’ और विरोधियों पर सियासी हमला करते हुये एक के बाद एक तीन ट्वीट किए। मायावती ने ट्वीट कर लिखा कि जातिवादी ताकतें बसपा को कमजोर करने के लिए पर्दे के पीछे से साजिश कर रही हैं। इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि बसपा को कमजोर करने के लिए कई संगठन बनाए गए हैं। इनका असली मकसद अपना स्वार्थ सिद्ध करना है। उन्होंने इस ट्वीट के जरिए अपने भाई आनंद की जमकर तारीफ की।
3. इस प्रकार से बीएसपी को कमजोर करने हेतु जातिवादी शक्तियाँ यहाँ पर्दे के पीछे से यह सब षडयन्त्र करती रहती हैं। साथ ही, उनसे कागजी पार्टियाँ बनवाकर चुनाव में दलित व शोषितों का वोट बांटने की घातक कोशिश करती हैं। ऐसे में पार्टी व मूवमेन्ट के हित में इन सभी से सावधान रहने की अपील।
— Mayawati (@Mayawati) July 17, 2022
मायावती ने लिखा-‘दलित व उपेक्षितों में भी स्वार्थी लोगों की कमी नहीं है, जिसमें मेरे कुछ रिश्तेदार भी हैं व एक ऐसा है जो मेरी गैरहाजिरी में मेरे दिल्ली निवास पर CBI छापे के बाद परिवार सहित चला गया, तबसे ही छोटा भाई आनन्द सरकारी नौकरी छोड़कर परिवार के साथ मेरी सेवा और पार्टी कार्य में लगा है।’
बामसेफ और डीएस-4 को बताया कागजी संगठन
मायावती ने बामसेफ और डीएस-4 को कागजी संगठन बताया। उन्होंने लिखा- ‘इन स्वार्थी किस्म के लोगों ने खासकर बामसेफ व डीएस4 आदि के नाम पर अनेकों प्रकार के कागजी संगठन बनाए हुए हैं जो सामाजिक चेतना पैदा करने की आड़ में अपना स्वार्थ सिद्ध कर रहे हैं और अब यही कार्य बीएसपी में कुछ निष्क्रिय हुए लोग भी दूसरे तरीके से कर रहे हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है।’
बीएसपी के खिलाफ षड़यंत्र कर रहीं जातिवादी शक्तियां
बसपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि जातिवादी शक्तियां पर्दे के पीछे से बीएसपी के खिलाफ षड़यंत्र कर रही हैं। अपने तीसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा- ‘इस प्रकार से बीएसपी को कमजोर करने हेतु जातिवादी शक्तियाँ यहाँ पर्दे के पीछे से यह सब षडयन्त्र करती रहती हैं। साथ ही, उनसे कागजी पार्टियाँ बनवाकर चुनाव में दलित व शोषितों का वोट बांटने की घातक कोशिश करती हैं। ऐसे में पार्टी व मूवमेन्ट के हित में इन सभी से सावधान रहने की अपील है।’