Jan 4, 2023, 18:47 IST

Magh Month 2023: 7 जनवरी से माघ मास का आरंभ हो रहा है और इस महीने पड़ने वाली अमावस्या को माघ और मौनी अमावस्या कहा जाता है

Magh Month 2023: 7 जनवरी से माघ मास का आरंभ हो रहा है और इस महीने पड़ने वाली अमावस्या को माघ और मौनी अमावस्या कहा जाता है

हिंदू धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या तिथि को बेहद ही खास माना जाता है वही हर मास के कृष्ण पक्ष की आखिरी तिथि को अमावस्या होती है जिसे महत्वपूर्ण बताया गया है वही 7 जनवरी से माघ मास का आरंभ हो रहा है और इस महीने पड़ने वाली अमावस्या को माघ अमावस्या और मौनी अमावस्या कहा जाता है

जो कि स्नान दान और पूजन के लिए फलदायी मानी जाती है आपको बता दें कि साल में कुल 12 अमावस्या पड़ती है जिसमें मौनी अमावस्या ही एक मात्र ऐसी अमावस्या है जिसमें स्नान दान के अलावा मौन व्रत भी किया जाता है इस दिन मौन रहकर जाप, तप, पूजापाठ, साधना आदि करने से ईश्वर की विशेष कृपा बरसाती है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा मौनी अमावस्या की तारीख और मुहूर्त बता रहे हैं तो आइए जानते हैं। 

धार्मिक पंचांग के अनुसार इस साल की पहली अमावसया माघी या मौनी अमावस्या है जो कि 21 जनवरी 2023 दिन शनिवार को पड़ रही है इस दिन प्रयागरज में स्नान करने से जातक को मोक्ष की प्राप्ति होती है। 

मौनी अमावस्या का शुभ मुहूर्त—
माघी अमावस्या 21 जनवरी दिन शनिवार को सुबह 6 बजकर 17 मिनट से आरंभ हो रही है और अगले दिन यानी की 22 जनवरी को रविवार की सुबह 2 बजकर 22 मिनट पर समाप्त हो जाएगी ऐसे में इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में तीर्थ स्नान और पितरों की कृपा प्राप्ति के लिए श्राद्ध कर्म, तर्पण करने से भक्तों को अक्षय फल की प्राप्ति होती है और वंश वृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। 

मौनी अमावस्या के दिन मौन रहकर किया गया व्रत सामान्य व्रतों से कई गुना अधिक फल प्रदान करता है मान्यता है कि ऐसा करने से नकारत्मक विचार समाप्त हो जाते हैं और साधक को अलौकिक शक्ति की प्राप्ति होती है। इस दिन मौन रहकर व्रत रखने की विशेष परंपरा है मान्यता है कि मौन व्रत मानव शरीर को शक्ति और आत्मविश्वास प्रदानकरता है इससे वाणी दोष भी दूर हो जाता है।