रक्षाबंधन पर भद्रा का साया, इस समय भाई को भूलकर भी ना बांधें राखी
ज्योतिषार्यों के अनुसार इस साल रक्षाबंधन पर भद्रा का साया रहेगा। भद्रा काल के दौरान राखी नहीं बांधनी चाहिए। ऐसा करने से अनिष्ट की आशंका रहती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार लंकापति रावण की बहन ने भद्रा काल के दौरान राखी बांधी थी। इसके एक साल के अंदर रावण के कुल का विनाश हो गया था। मान्यता है कि भद्रा शनिदेव की बहन हैं, जिन्हें ब्रह्मा से यह श्राप मिला था। भद्रा में शुभ या मांगलिक कार्य करने से उसका परिणाम हमेशा अशुभ ही रहता है।
रक्षाबंधन पर भद्रा का साया
इस साल रक्षाबंधन पर 11 अगस्त को भद्रा काल शाम 5 बजकर 17 मिनट से शुरू होगा रात 8 बजकर 51 मिनट पर समाप्त होगा। इस दौरान बहनें अपने भाई की कलाई पर भूलकर भी राखी न बांधें।
• रक्षा बंधन भद्रा पूंछः शाम 05 बजकर 17 मिनट से 06 बजकर 18 मिनट तक
• रक्षा बंधन भद्रा मुखः शाम 06 बजकर 18 मिनट से लेकर रात 8 बजे तक
रक्षाबंधन शुभ मुहूर्त
• अभिजीत मुहूर्तः 11 बजकर 37 मिनट से 12 बजकर 29 मिनट तक
• विजय मुहूर्तः दोपहर 2 बजकर 14 मिनट से 3 बजकर 07 मिनट तक
इस बार पूर्णिमा 11 और 12 अगस्त दोनों दिन पड़ रही है। पूर्णिमा तिथि 11 अगस्त गुरुवार की सुबह 10 बजकर 38 मिनट से शुरू होकर 12 अगस्त शुक्रवार को सुबह 7 बजकर 5 मिनट तक रहेगी। पंचांग के अनुसार रक्षाबंधन का त्योहार 11 अगस्त गुरुवार को मनाया जाएगा।