May 5, 2023, 20:37 IST

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय हॉस्टल में अब रात 11 बजे के बाद छात्राओं का प्रवेश नहीं, प्रशासन के इस फरमान के बाद छात्रों में रोष

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय हॉस्टल में अब रात 11 बजे के बाद छात्राओं का प्रवेश नहीं, प्रशासन के इस फरमान के बाद छात्रों में रोष

New Delhi: जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय कैंपस में अब रात 11 बजे के बाद छात्राओं का प्रवेश नहीं हो सकेगा. इसके साथ ही अब दिन या रात में जो कोई भी विश्वविद्यालय कैंपस में प्रवेश करेगा, उसे अपना आईडी कार्ड दिखाना अनिवार्य होगा. विश्वविद्यालय प्रशासन के इस फरमान के बाद छात्रों ने विरोध शुरू कर दिया है. बता दें कि पिछले दिनों जेएनयू के माही मांडवी हॉस्टल में रात 11 बजे के बाद छात्राओं के प्रवेश पर रोक लग गई थी. इधर, जेएनयू हॉस्टल प्रशासन का कहना है कि आए दिन हॉस्टलों में चोरियां होती हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह निर्णय लिया है.

बता दें कि पिछले दिनों जेएनयू हॉस्टल के हॉल में एक टीवी को किसी ने तोड़ दिया था. इसके साथ ही कई छात्रों ने लैपटॉप, मोबाइल और अन्य सामान चोरी होने की शिकायत दी थी. इसके बाद ही प्रशासन ने यह निर्णय लिया है.

हालांकि, छात्रों का कहना है कि जेएनयू में पिछले सत्र में प्रवेश लेने वाले कई छात्रों को अभी तक छात्रावास नहीं मिले हैं. छात्र लगातार विश्वविद्यालय प्रशासन से छात्रावास की मांग कर रहे हैं. कुछ नाराज छात्रों ने पिछले दिनों प्रदर्शन भी किया है. इसके बाद ही अब छात्राओं पर प्रतिबंध के साथ-साथ दिन में भी आईडी कार्ड की मांग का नोटिस निकाला गया है.

पिछले कुछ दिनों से शाम के वक्त छात्र प्रदर्शन शुरू कर देते हैं और यह प्रदर्शन देर रात तक जारी रहता है. कई प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्हें जबरन हटाने की कोशिश की जा रही है और उनसे मारपीट भी किया जा रहा है. जेएनयू में छात्रों के लिए 18 छात्रावास हैं. इसके अलावा भी कुछ अस्थायी व्यवस्था छात्रों के रहने के लिए की गई है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने 4 अस्थायी छात्रावास भी बनाए हैं. इसके बाद भी अभी तक छात्रों को हॉस्टल नहीं मिल रहे हैं.

इधर छात्रों का कहना है कि छात्रावास में क्षमता से अधिक छात्र रह रहे हैं. अभी तक तकरीबन 500 छात्रों को छात्रावास नहीं मिले हैं. इसका खर्च वहन करना अब उनके बस के बाहर हो गया है. इसलिए उन्होंने जेएनयू प्रशासन के विरुद्ध प्रदर्शन का निर्णय लिया है.