Teacher's Day 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिक्षक दिवस की देशवासियों को बधाई दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करके लोगों को शिक्षक दिवस की बधाई दी है। पीएम मोदी ने कहा कि आप सभी को टीचर्स डे की बधाई, यह एक ऐसा अवसर है जब सभी शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त किया जाना चाहिए जो युवा मस्तिष्क को निखारते हैं।
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को उनकी जयंती पर आदरांजलि।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं मानता हूं कि जब शिक्षक सिखाता है तो देश नेतृत्व करता है। टीचर की जो सबसे बड़ी ताकत होती है वह सकारात्मकता होती है। टीचर ही वो व्यक्ति है जो लोगों को रोशनी दिखा सकता है। मैं मन से मानता हूं कि टीचर सर्वाधिक देश को बनाने में योगदान देने वाला ऐसा काम आपके पास है, आप देश बदल सकते हैं, जीवन बदल सकते हैं, आप सदी बदल सकते हैं।
ये सामर्थ्य आपके अंदर होता है। विद्यार्थियों के प्रति आदर, शिक्षक का शिक्षा के प्रति समर्पण, विद्यार्थी और शिक्षक के बीच एक अपनत्व होता है। यही एक जोड़ी होती है जो जीवन जीने की कला भी सिखाती है और सपने संजोने की आदत डालती है। देश आज भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर राधाकृष्ण को उनके जन्मदिवस पर आदरांजलि दे रहा है।
बता दें कि शिक्षकों और समाज में उनके योगदान को सम्मान देने के लिए हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। आज के दिन 1888 में प्रसिद्ध विद्वान और भारत रत्न से सम्मानित डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था।
Best wishes on #TeachersDay, an occasion to express gratitude to all teachers who shape young minds.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 5, 2024
Tributes to Dr. Radhakrishnan on his birth anniversary. pic.twitter.com/ORfl2iCJat
हर वर्ष शिक्षक दिवस उनके सम्मान में मनाया जाता है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन 1952 से 1962 तक भारत के पहले उपराष्ट्रपति और 1962 से 1967 तक देश के दूसरे राष्ट्रपति रहे।
हर साल यह दिन छात्रों के जीवन को आकार देने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता देने के लिए समर्पित है। यह शिक्षकों के व्यक्तिगत विकास और सामाजिक प्रगति दोनों पर पड़ने वाले प्रभाव की याद दिलाता है।
इस खास मौके पर लोग अपने गुरुओं के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए संदेश, उद्धरण और तस्वीरें साझा करते हैं। शिक्षक दिवस का उत्सव छात्रों और समाज को शिक्षकों द्वारा किए गए योगदान पर विचार करने का अवसर प्रदान करता है।