उन्होंने कहा कि हमने संकल्प लिया है कि 2025 तक हम शतप्रतिशत पशुओं को फुट एंड माउथ डिजीज और बू्रसेलोसिस की वैक्सीन लगाएंगे। हम इस दशक के अंत तक इन बीमारियों से पूरी तरह से मुक्ति का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। समिट में 50 देशों के डेलिगेट्स, 800 किसानों समेत करीब 1500 प्रतिनिधि शामिल हुए। पीएम ने कहा कि 2014 के बाद से हमारी सरकार ने भारत के डेयरी सेक्टर के कैपेसिटी को बढ़ाने के लिए काम किया। आज इसका नतीजा है कि दूध उत्पादन से लेकर किसानों की आय में बढ़ी है। 2014 में भारत में 146 मिलियन टन दूध का उत्पादन होता था। 2022 में ये बढक़र 210 मिलियन टन पहुंच गया। इन आठ सालों में करीब 44 फीसदी की वृद्धि हुई है।