Jan 19, 2023, 10:06 IST

कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर! इस साल सबसे ज्यादा भारतीय कर्मचारियों की बढ़ेगी सैलरी

कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर! इस साल सबसे ज्यादा भारतीय कर्मचारियों की बढ़ेगी सैलरी
नई दिल्ली: वैश्विक मंदी की आहट के बीच जहां दुनियाभर की कई बड़ी कंपनियां अपने कर्मचारियों की छंटनी करने में लगी है, वहीं भारतीय कर्मचारियों को इस साल यानी 2023 में एशिया में सबसे ज्यादा सैलरी हाइक मिलने की संभावना है। दरअसल, कंसल्टिंग फर्म कोर्न फेरी के सर्वे में यह बात सामने आई है कि इस साल भारत की कंपनियों में काम कर रहे कर्मचारियों की सैलरी में 15 से 30 प्रतिशत तक का इन्क्रीमेंट हो सकता है। कंसल्टिंग फर्म के इस सर्वे से अनुमान लगाया जा रहा है कि भारतीय कंपनियां इस साल वेतन वृद्धि में 9.8 प्रतिशत का इजाफा कर सकती है, जो कि एशिया के अन्य देशों के मुकाबले सबसे ज्यादा है।

पिछले साल की बात करें, तो साल 2022 में भारतीय कंपनियों ने अपने कर्मचारियों के वेतन में 9.4 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बेहतर काम करने वाले कर्मचारियों के लिए इससे ज्यादा की भी बढ़त हो सकती है। सर्वे में लाइफ साइंस और स्वास्थ्य देखभाल और टेक्नोलॉजी सेक्टर में 10 फीसदी से अधिक की वेतन वृद्धि का अनुमान लगाया गया है। कंसल्टिंग फर्म कोर्न फेरी ने अपनी सैलरी फोरकास्ट सर्वे में भारत की 818 कंपनियों को शामिल किया। ये वे कंपनियां हैं, जो भारत में संयुक्त रूप से आठ लाख से ज्यादा कर्मचारियों से जुड़ी हैं। सर्वे में पाया गया कि 61 प्रतिशत कंपनियां इस साल अपने बेहतर काम कर रहे कर्मचारियों के वेतन में 15 से 30 प्रतिशत की वृद्धि करने की बात कही है।

कुछ कंपनियों ने कहा कि वे अपने बेस्ट कर्मचारी के इससे भी ज्यादा का इन्क्रीमेंट दे सकते हैं। वहीं हाई-टेक इंडस्ट्री, लाइफ साइंसेज और हेल्थकेयर सेक्टर में 10 प्रतिशत के ज्यादा की सैलरी हाइक मिल सकती है। भारत के अलावा इस कंसल्टिंग फर्म ने कई देशों की कंपनियों का भी सर्वे किया, जिससे पता चलता है कि इस साल आस्ट्रेलिया की कंपनी में काम कर रहे कर्मचारियों के वेतन में 3.5 फीसदी की वृद्धि हो सकती है। इसी तरह चीन में 5.5, हांगकांग में 3.6, इंडोनेशिया में सात, मलेशिया में पांच, कोरिया में 4.5, न्यूजीलैंड में 3.8, फिलिपींस में 5.5 और सिंगापुर में चार फीसदी तक वेतन वृद्धि की संभावना है। वहीं 60 प्रतिशत कंपनियों ने कर्मचारियों से काम के हाइब्रिड मॉडल को अपनाने को कहा है। आसान भाषा में समझे तो हाइब्रिड मॉडल में कर्मचारी हफ्ते में कुछ दिन ऑफिस में काम करते हैं, तो कुछ दिन घर से।

देश में कोरोना महामारी से साल 2020 काफी प्रभावित रही थी। उन सालों में वेतन वृद्धि काफी कम रही, लेकिन अब 2023 में कोरोना से निजात मिलता नजर आ रहा है। यही कारण है कि इस साल एक स्थायी भविष्य के लिए कंपनी अपने कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाकर उनका मनोबल बढ़ाने पर ध्यान देगी

यूनियन बजट 2023 के बाद सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में बड़ा इजाफा होने की उम्मीद है। इस बार के बजट में केंद्र सरकार कर्मचारियों की मांग पर फिटमेंट फैक्टर बढ़ाने का फैसला ले सकती है। अगर सरकार कर्मचारियों की फिटमेंट फैक्टर बढ़ाने की मांग पर विचार करती है, तो कर्मचारियों की सैलरी बढ़ जाएगी। आखिरी बार जब फिटमेंट फैक्टर बढ़ाया गया था, तब कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी 6000 रुपए से सीधे 18000 रुपए हो गई थी। ऐसे में अगर सरकार एक बार फिर से इसमें इजाफा करती है, तो कर्मचारियों की मिनिमम सैलरी 18000 रुपए से बढक़र 26,000 रुपए हो जाएगी।