बाकी के राज्यों के वोटों की गिनती इसके बाद औपचारिकाता मात्र ही रह गई थी। मुर्म की जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मुर्मू से मिलने उनके घर पहुंचे और उन्हें बधाई दी। उधर, यशवंत सिन्हा ने भी हार मान ली है। उन्होंने मुर्मू को बधाई देते हुए कहा कि द्रौपदी मुर्मू को उनकी जीत पर बधाई देता हूं। देश को उम्मीद है कि गणतंत्र के 15वें राष्ट्रपति के रूप में वह बिना किसी भय या पक्षपात के संविधान के संरक्षक के रूप में कार्य करेंगी। मुर्मू को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में प्रभावी जीत दर्ज करने पर द्रौपदी मुर्मू को बधाई। वह गांव, गरीब, वंचितों के साथ-साथ झुग्गी-झोपडिय़ों में भी लोक कल्याण के लिए सक्रिय रहीं हैं। वह उनके बीच से निकल कर सर्वोच्च संवैधानिक पद तक पहुंचीं हैं। यह भारतीय लोकतंत्र की ताकत है। गौरतलब है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई की मध्य रात्रि को खत्म हो रहा है। 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होगा और मुर्मू महामहिम बन जाएंगी।
17 विपक्षी सांसदों ने की क्रॉस वोटिंग एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के जीतते ही विपक्ष की फूट भी सामने आई है। भाजपा ने दावा किया कि राष्ट्रपति चुनाव में 17 विपक्षी सांसदों ने भी क्रॉस वोटिंग की थी और द्रौपदी मुर्मू को अपना वोट दिया है। भाजपा का कहना है कि द्रौपदी मुर्मू को 540 सांसदों के वोट मिले हैं। हिमाचल में क्रॉस वोटिंग के हल्ले से हडक़ंप शिमला। दिल्ली में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद हिमाचल में भी क्रॉस वोटिंग को लेकर हडक़ंप मच गया। दरअसल दिल्ली से खबर आई कि हिमाचल से दो अतिरिक्त वोट द्रौपदी मुर्मू को मिले हैं। जाहिर है ये भाजपा के अलावा किसी और दल से होने थे। ऐसे में सबसे पहले अटकलें लगीं कि कहीं कांग्रेस से कोई दो विधायक तो क्रॉस वोट नहीं कर गए। इन्हीं अटकलों के बीच एक संभावना यह थी कि भाजपा में शामिल हुए दो निर्दलीय विधायकों के ये दोनों वोट हो सकते हैं।
इसकी वजह यह है कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग के समय भी देहरा से विधायक होशियार सिंह और जोगिंद्रनगर से विधायक प्रकाश राणा से बतौर निर्दलीय विधायक ही वोट करवाया गया था। विधानसभा के रिकार्ड पर अब भी ये निर्दलीय विधायक हैं। बेशक उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली है, क्योंकि जैसे ही विधानसभा इनको भाजपा के खाते में रिकार्ड करेगी, वैसे ही इनकी डिसक्वालिफिकेशन भी हो जाएगी। इसलिए ज्यादा संभावना यह है कि हिमाचल से पड़े दो अतिरिक्त वोट इन निर्दलीय विधायकों के होंगे। भाजपा के लिए फिर भी राहत की बात यह है कि मंडी से विधायक अनिल शर्मा ने पार्टी के व्हिप का पालन किया है और द्रौपदी मुर्मू को ही वोट दिया है।