May 26, 2022, 10:03 IST

बोले बाइडेन- बहुत हुआ, अब एक्शन का वक्त

बोले बाइडेन- बहुत हुआ, अब एक्शन का वक्त

अमेरिका के टेक्सास के स्कूल में हुई गोलीबारी में 18 मासूमों समेत 21 लोगों की मौत के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने राष्ट्र को संबोधित किया.

इस दौरान उन्होंने कहा कि अब इस दुख को एक्शन में बदलने का वक्त आ गया है. दरअसल, राष्ट्रपति जो बाइडेन क्वॉड सम्मेलन के लिए जापान के दौरे पर थे. व्हाइट हाउस पहुंचते ही मंगलवार को उन्होंने अपनी पत्नी जिल बाइडन के साथ गोलीबारी की इस घटना पर शोक व्यक्त किया. इस दौरान अमेरिका में बार-बार घट रही इस तरह की घटना पर बाइडन ने कहा कि इस तरह की मास शूटिंग दुनिया में कहीं कम ही होती है. क्यों? उन्होंने कहा कि दूसरे देशों में जबकि मानसिक स्वास्थ्य की समस्या है, उनके घरेलू विवाद हैं. लेकिन बार-बार इस तरह से वहां गोलीबारी नहीं होती है, जैसे अमेरिका में होती है. इसके बाद उन्होंने देश वासियों से पूछा हम इस तरह की मार-काट के बीच क्यों रहना चाहते हैं?

इसके बाद बाइडेन ने कहा कि अब इस पीड़ा को एक्शन में बदलने का वक्त आ गया है. हर माता-पिता इस देश के हर नागरिक हर चुने हुए अधिकारी को ये स्पष्ट करना होगा कि अब कदम उठाने का समय आ गया है. इसके बाद बाइडन ने हथियार कारोबारियों की लॉबी पर निशाना साधते हुए कहा कि अब उन लोगों का भी वक्त आ गया है, जो हथियार के लिए नए कानून की राह में अड़चन डाल रहे हैं. 

गौरतलब है कि अमेरिका के टेक्सास के एक प्राथमिक विद्यालय में मंगलवार को एक 18 वर्षीय बंदूकधारी ने गोलीबारी की घृणित अपराध को अंजाम दिया. इस हमले में कम से कम 18 बच्चों समेत कुल 21 लोगों की मौत हो गई. गोलीबारी में जान गंवाने वाले बच्चों की उम्र 7 से 10 साल के बीच थी.अधिकारियों के मुताबिक बंदूकधारी की मौत हो चुकी है. बताया जा रहा है कि हमले में 13 बच्चे, स्कूल के स्टाफ मेंबर्स कुछ पुलिस वाले भी घायल हुए हैं. संघीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर समाचार एजेंसी को बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है. गौरतलब है कि हमलावर ने दूसरी, तीसरी चौथी क्लास में पढ़ने वाले मासूम बच्चों को अपनी गोली का निशाना बनाया है. घटना के बाद अमेरिका में 4 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है. अधिकारियों मुताबिक हमलावर ने स्कूल में फायरिंग से पहले अपनी दादी को भी शूट किया था. उसकी दादी को एयरलिफ्ट किया गया है, वो जिंदगी मौत से जूझ रही है.

यह हमला ऐसे वक्त में हुआ है, जब अब से सिर्फ 10 दिनों पहले एक बॉडी आर्मर से लैस बंदूकधारी ने न्यूयॉर्क के बफेलो में एक सुपरमार्केट में 10 काले दुकानदारों श्रमिकों को मार डाला था. इस घटना को जांच एजेंसियों ने एक नस्लवादी हमला करार दिया था.

स्कूल पर दशक का भयानक हमला
टेक्सास के स्कूल में फायरिंग की यह घटना इस दशक में स्कूलों हुए हमलों में सबसे हृदय विदारक है. अब से लगभग एक दशक पहले यानी 14 दिसंबर 2012 को कनेक्टिकट के न्यू टाउन में भी इसी तरह का हमला हुआ था. सैंडी के एलीमेंट्री में भी बंदूकधारियों ने 20 बच्चों छह वयस्कों की हत्या कर दी थी. यह अमेरिकी ग्रेड स्कूल में सबसे घातक गोलीबारी की घटना है. इस वारदात को भी एक 20 वर्षीय युवक ने अंजाम दिया था. इस हमले में कुल 26 लोगों की जान गई थी, इनमें 20 बच्चे थे। 

लातीनी समुदाय से था हमलावर
 एक राइफल के साथ उवालदे के रॉब एलीमेंट्री स्कूल में दाखिल हुआ. स्कूल के अधिकारी कुछ समझ पाते उससे पहले ही हमलावर ने दिल दहला देने वाली इस घटना अंजाम दे दिया. टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबॉट ने हमले की जानकारी देते हुए बताया है कि हमलावर की पहचान सल्वाडोर रामोस के रूप में हुई. वह सैन एंटोनियो से लगभग 85 मील (135 किलोमीटर) पश्चिम में युवाल्डे का ही रहने वाला है. वह लातीनी समुदाय से था. जिस संदिग्ध को मारने का दावा पुलिस अधिकारी कर रहे हैं, वो युवाल्डे हाईस्कूल का छात्र बताया जा रहा है. बताया जाता है कि जिस वक्त हमलावर ने गोलीबारी की इस घटना को अंजाम दिया एक गश्ती एजेंट शूटिंग शुरू होने के वक्त पास में ही था. घटना की सूचना मिलते ही बिना बैकअप की प्रतीक्षा किए स्कूल में घुस गया बंदूकधारी को गोली मार दी. जिस वक्त हमलावर को मारा गया वह एक बैरिकेड के पीछे था.