Chanakya Niti : चाणक्य नीति के बारे में आज लगभग हर कोई जानता है. चाणक्य को महान ऐसे ही नहीं कहा गया है. उनकी कही बातें आज भी लोग अपने जीवन में ढालते हैं. ऐसे करने वाले हमेशा खुशहाल जीवन व्यतीत करते हैं. सुखी जीवन के लिए आचार्य चाणक्य नीति की बातें बेहद जरूरी हैं.
आज भागमभाग में हम कई ऐसी बाते भूल जाते हैं जो बेहद जरूरी होती हैं और उनके बिना हम अपनों को न चाहते हुए भी ठेस पहुंचा देते हैं. ऐसे में चाणक्य नीति का अनुसरण करना जरूरी हो जाता है. आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति में शादीशुदा जीवन को सुखमय बनाने के लिए भी कई बातें लिखी हैं.
कई बार ऐसा होता है कि औरतें अपने पति से संतुष्ट नहीं होती और पति को इस बारे में पता नहीं चल पाता. आइये आपको बताते हैं पत्नियां जब असंतुष्ट होती हैं तो क्या इशारा करती हैं…
चाणक्य नीति में महिलाओं के ऐसे इशारों के बारे में बताया गया है जो वे असंतुष्ट होने पर करती हैं. इन इशारों को भांप कर कोई भी पति अपनी पत्नी को संतुष्ट कर सकता है. पत्नी की नाराजगी को दूर करने के लिए चाणक्य नीति की इन बातों का जरूर ध्यान देना चाहिए.
पत्नियों को बातूनी भी कहा जाता है. जब पत्नी बहुत खुश होती है तो अपने पति बहुत ज्यादा बात करती है. कभी तो पति को कहना पड़ता है कि बस करो कितना बोल रही हो. अगर आपकी पत्नी भी बहुत बातें करती है और अचानक शांत हो जाए तो समझ जाइये कि वह असंतुष्ट है.
यानी आपकी किसी बात से वह नाराज चल रही है. कम बात करना पत्नियों के असंतुष्टि बारे में इशारा करता है. ये संकेत मिलते ही आप अपनी पत्नी से बात करिये और जानिये कि वह किस बात से परेशान है. ऐसा करने से वह बात आप से शेयर करेगी और फिर पहले की तरह हो जाएगी.
यह सब जानते हैं कि पत्नियों के लिए पति कितनी अहमियत रखते हैं. पत्नी अपने पति को कभी नाराज नहीं करना चाहती. ऐसे में अगर पत्नी आपसे झुंझलाने लगे यानी बात पर झगड़ा करे और गुस्सा करे तो समझ जाइये कि वो किसी न किसी बात को लेकर असंतुष्ट है. इस इशारे को ध्यान में रखकर आपका अगला कदम पत्नी को खुश करने के लिए होना चाहिए.
पत्नियों के बारे में कहा गया है कि वे अपने पति के हर जरूरत का ख्याल रखती हैं. अगर आपकी पत्नी अचानक आपसे दूरी बना ले या आपको लगे कि वो सिर्फ अपने बारे में सोच रही है और आपका ख्याल नहीं रख रही है तो आपको समझ लेना चाहिए कि वह किस न किसी बात से असंतुष्ट है.
हो सकता है कि वह आपकी किसी बात से नाराज हो, इसे ध्यान में रखते हुए आपको पत्नी से तसल्ली से बात करनी चाहिए. उसकी समस्या को समझकर उसकी परेशानी को दूर करना चाहिए.