Dec 29, 2022, 14:24 IST

Ratan Tata:भारत में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में भी रतन टाटा ने कुछ ऐसा किया जिसने पूरे बाजार को बदल कर रख दिया

Ratan Tata:भारत में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में भी रतन टाटा ने कुछ ऐसा किया जिसने पूरे बाजार को बदल कर रख दिया

टाटा संस के पूर्व चेयरमैन और भारत के प्रमुख उद्योगपतियों में से एक रतन टाटा बुधवार को 85 साल के हो गए। सिर्फ आईटी, स्टील ही नहीं बल्कि भारत में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में भी रतन टाटा ने कुछ ऐसा किया जिसने पूरे बाजार को बदल कर रख दिया। फिर डीजल कार में हैचबैक की एंट्री हो या निम्न मध्यम वर्ग के लिए कार के सपने को पूरा करने की। रतन टाटा ने ऐसा किया कि हर घर के आंगन में एक चमचमाती कार नजर आने लगी।फ्यूचरिस्टिक अप्रोच रखते हुए रतन टाटा ने कार को भारतीय परिवार की जरूरत माना और इसके लिए काम करना शुरू कर दिया। पहले Tata सिर्फ कमर्शियल व्हीकल्स या बड़ी SUVs बनाने के लिए जानी जाती थी. ये SUVs महंगी और हाई मेंटेनेंस वाली हुआ करती थीं। जो आम आदमी की पहुंच से बाहर थे। लेकिन 1998 से रतन टाटा ने इस पूरे माहौल को बदल कर रख दिया।

इंडिका ने सफर को शानदार बना दिया

टाटा ने इंडिका को 1998 में लॉन्च किया था। इस कार को डीजल और पेट्रोल दोनों संस्करणों में लॉन्च किया गया था। कार को इसके माइलेज और कम रखरखाव के साथ प्रचारित किया गया था। कार के लॉन्च के साथ ही इसकी भारी मांग थी। हालांकि शुरुआती मॉडलों में कुछ समस्याएं थीं, टाटा ने सुधार किया और इंडिका V2 ने बाजार में प्रवेश किया। कार जबरदस्त हिट थी। कार को टैक्सी के साथ-साथ निजी उपयोग के लिए अच्छी तरह से प्राप्त किया गया था। हालांकि, फिर भी रतन टाटा का हर घर में कार होने का सपना पूरा नहीं हुआ और वह इसके लिए लगातार काम कर रहे थे।

नैनो की यात्रा शुरू होती है

इसके साथ ही टाटा नैनो का सफर शुरू हो गया। टाटा ने नैनो की नींव रखने का काम शुरू किया। सपना देखा एक ऐसी गाड़ी का जिसे हर कोई 1 लाख रुपये में खरीद सके। इसे प्यार से लखटकिया नाम भी दिया जाता है। पश्चिम बंगाल के सिंगरूर में नैनो का प्लांट लगाया गया है। लेकिन यहां रतन टाटा के सपनों को ब्रेक लग गया।

लैंड रोवर जैसी कंपनियों का अधिग्रहण

टाटा ने बजट कारों से न केवल भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार को बदल दिया, बल्कि जगुआर और लैंड रोवर जैसे ब्रांडों को अपने कब्जे में लेकर रतन टाटा ने दिखा दिया कि भारतीय कंपनियां किसी विदेशी कंपनियों से कम नहीं हैं। भारत में लग्जरी सेगमेंट की कारों में भारतीय तड़के का सफर यहीं से शुरू हुआ। जगुआर और लैंड रोवर दोनों कंपनियों ने भारत में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया।

अब ईवी में राज्य

हालांकि अब रतन टाटा का टाटा संस में ज्यादा दखल नहीं है, लेकिन कंपनी ने अपने विजन पर काम करते हुए इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट में एंट्री की और एक के बाद एक बेहतरीन इलेक्ट्रिक कार लॉन्च कीं। फिलहाल Nexon EV देश में सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार है और Tiago की बंपर बुकिंग के बाद Tata अब Punch का भी इलेक्ट्रिक वर्जन लाने पर विचार कर रही है।