Sep 10, 2022, 07:24 IST

बंगाल मे रसगुल्ला को रोसोगुल्ला के नाम से भी जाना जाता है। इसे खाने वालो की संख्या हर शहर मे अनगिनत है, जाने विधि

बंगाल मे रसगुल्ला को रोसोगुल्ला के नाम से भी जाना जाता है। इसे खाने वालो की संख्या हर शहर मे अनगिनत है, जाने विधि
रसगुल्ला एक बहुत ही स्वादिष्ट और लाजवाब मिठाई है। इस स्वादिष्ट मिठाई को बनाना बहुत ही आसान है। इसे बनाने की सभी सामग्री आसानी से घर पर ही मिल जाती है। रसगुल्ले बनाने मे ज्यादा समय भी नही लगता है।
प्रसिद्ध- वैसे तो रसगुल्ला बंगाल की प्रसिद्ध मिठाई है पर अब यह पुरे भारत मे प्रसिद्ध है। इस मिठाई का चलन दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। बंगाल मे रसगुल्ला को रोसोगुल्ला के नाम से भी जाना जाता है। इसे खाने वालो की संख्या हर शहर मे अनगिनत है।
स्वाद- रसगुल्लों का स्वाद बहुत ही रसीला, मुलायम, स्पंजी और खुशबूदार होता है। इसे ठंडा करके खाए तो इसका स्वाद और भी लाजवाब हो जाता है।
ओकेशन- रसगुल्लों को आप किसी भी ओकेशन पर बना सकते है। घर पर कोई छोटा सा फंक्शन हो या कोई पूजा आप इस मिठाई को बनाकर अपने ओकेशन को और भी शानदार बना सकते है।
सभी को लगता है रसगुल्ले सिर्फ बाजार मे ही अच्छे मिलते है। पर ऐसा नही है आप चाहे तो घर पर सामग्री इकठ्ठा कर के और भी स्वादिष्ट रसगुल्ले बना सकते है। हम आपके लिए लाए है एक आसान विधि जिसकी सहायता से आप लाजवाब रसगुल्ले बना सकते है। नीचे दी गई विधि को फॉलो करे और बहुत ही स्वादिष्ट, रसीले और मुलायम रसगुल्ले बनाए और स्वाद से खाए और सबको खिलाए।
रसगुल्ला बनाने मे 30 मिनट का समय लगता है। इसे बनाने की तैयारी करने मे 20 मिनट का समय लगता है।
सदस्यो के अनुसार
दी गई विधि की मात्रा के अनुसार यह रसगुल्ला 5-6 सदस्यो के लिए काफी है।
रसगुल्ला बनाने के टिप्स–
रसगुल्ले को बनाने के लिए सबसे खास टिप यह है की जब आपका छेना तैयार हो जाए तो छेने को पानी से एकदम अलग कर दे। अगर आपके छेने में जरा सा भी पानी रह गया तो आपके रसगुल्ले बिल्कुल भी अच्छे नहीं बनेंगे।
एक विशेष बात का ध्यान जरूर रखे की रसगुल्ले बनाने के लिए आप जिस दूध का इस्तेमाल करे वो फुल क्रीम दूध ही हो। अगर आप टोन दूध का इस्तेमाल करने की सोच रहे है तो आपको बता दे की उसमे पानी की मात्रा पहले से ही होती है और रसगुल्ले बनाने के लिए आपका छेना अच्छा नहीं बनेगा।
छेना निकालने के बाद जब आप उसे गूथ रहे होंगे तो अपना हाथ सॉफ्ट रखे और छेने को अच्छे से गूथे जिससे वो एकदम चिकना हो जाए जैसा आप रोजाना अपने आटे के साथ करते है। जितना चिकना आपका छेना होगा उतने ही अच्छे और मुलायम आपके रसगुल्ले बनेंगे।
रसगुल्ला बनाने के लिए आप जो चाशनी बनाएंगे उसमे मीठा आप अपने अनुसार ज्यादा और कम कर सकते है। इसमें इलायची डालने से उसका स्वाद एकदम लजीज और खुशबुदार हो जाएगा।
रसगुल्ला कैसे परोसे–
जैसा की हम सब जानते है रसगुल्ला एक बंगाली मिठाई है लेकिन इसे पूरे देश में बड़े चाव से खाया जाता है तो आप भी अपने रसगुल्ले बनाकर रात के खाने में या किसी घर के फंक्शन में अपने घर के सदस्यों और मेहमानों को सर्वे कर सकते है।
रसगुल्ले बनाने के बाद इन्हे कुछ देर के लिए ठंडे तापमान में रखा जाता है इससे आप अपने बनाये रसगुल्लों को ठंडे ठंडे सभी को परोस सकते है जिसका असली स्वाद गर्मी के मौसम में खाने से आता है।
रसगुल्ला या छेना रसगुल्ला को आप गर्मी के समय में ठंडे करके आसानी से इसका स्वाद ले सकते है। आप चाहे तो रसगुल्लों को बनाकर कुछ दिन तक फ्रीज में रख दे और फिर अपनी मर्ज़ी और मूड के हिसाब से इनका मज़ा ले।
अगर आप ठंडे रसगुल्ले नहीं खाना चाहते तो आपके पास एक और तरीका भी है और वो ये की आप रसगुल्ले खाने से कुछ देर पहले चाशनी को गरम कर ले और फिर उसमे रसगुल्ले डाल दे ऐसा करने से आप रसगुल्लों का अलग मज़ा और स्वाद भी ले सकते है।
रसगुल्ला खाने के फायदे–
रसगुल्ले का सबसे बड़ा फायदा यह है की आपको बाजार से कोई भी मिलावट वाली मिठाई लाने की जरुरत नहीं है आप घर पर ही थोड़ा सा समय निकालकर और थोड़ी सी मेहनत के साथ लजीज रसगुल्ले तैयार कर सकते है जो स्वादिष्ट होने के साथ साथ शुद्ध भी होंगे।
आप अपने घर पर रसगुल्ले बना कर रख दे इससे आपको एक फायदा यह होगा की आपके घर अचानक कोई भी मेहमान आजाए या घरवाले ही कुछ मीठा खाने की फरमाइश रख दे तो आपको ज्यादा सोचना नहीं पड़ेगा झट से फ्रीज से रसगुल्ले निकाले और सभी को खुश कर दिया।
रसगुल्ले को आप रात के खाने में डेजर्ट की तरह सर्वे कर सकते है। त्यौहार के समय में भी आपको बाजार का मीठा मंगवाने की जरुरत नहीं है घर पर ही रसगुल्ले बनाकर मिठाई का मज़ा ले सकते है।