राज बब्बर को बॉलीवुड में पहला ब्रेक 1977 में 'किस्सा कुर्सी से मिला था। इस फिल्म में उनके साथ रीना रॉय थी। वहीं उन्हें पहचान 1980 में आई फिल्म 'इंसाफ का तराजू' से प्राप्त हुई। इस फिल्म में उनका किरदार एक रेपिस्ट का था जिसे फिल्म की नायिका गोली मार देती है। राज बब्बर ने अपने फिल्मी करियर में हर प्रकार की भूमिका निभाई। उन्होंने रोमांस किया, हीरो बने, विलेन भी बने। वह प्रत्येक भूमिका में जान डालकर उसे हिट बना देने के लिए लोकप्रिय होते गए। हालांकि वह अपनी फिल्मों के साथ साथ निजी जीवन को लेकर बहुत सुर्ख़ियों में रहे।
राज बब्बर ने नादिरा जहीर से शादी की थी। शादीशुदा होने के बाद वे बॉलीवुड अभिनेत्री स्मिता पाटिल से प्यार कर बैठे। स्मिता के साथ उनका रिश्ता ऐसा था कि वह अपने परिवार को भी भूल गए। दोनों के रिश्ते के चर्चे हर ओर होने लगे। दोनों ने फिल्म भीगी पलकें में साथ काम किया। उस वक़्त राज बब्बर के 2 बच्चे भी थे। इसके बाद भी उन्होंने स्मिता से शादी का निर्णय ले लिया। दोनों बहुत समय लिव इिन में रहे। 13 दिसंबर वर्ष 1986 को स्मिता पाटिल की अचानक मृत्यु हो गई थी। स्मिता की मौत के बाद राज बब्बर अपनी पहली पत्नी के पास लौट आए थे। राज बब्बर के 3 बच्चे हैं। प्रतीक बब्बर स्मिता पाटिल के बेटे हैं जबकि जूही एवं आर्या बब्बर नादिरा के बच्चे हैं।
राज बब्बर फिल्मों के अलावा अपने राजनीतिक सफर के लिए काफी चर्चा में रहे हैं। एक्टर लंबे वक्त तक एसपी के स्टार रहे थे। हालांकि, बाद में मनमुटाव के चलते उन्होंने एसपी का दामन छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया। इसके बाद वे उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रेसिडेंट भी रहे। 2019 में हुए लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के बाद एक्टर राज बब्बर ने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।