सर्कुलर में सीबीएसई ने बोर्ड से जुड़े स्कूलों के प्रधानाचार्यों और संस्थानों के प्रमुखों को अलर्ट किया। उन्हें हर साल 1 अप्रैल से पहले शैक्षणिक सत्र शुरू करने से बचने की सलाह दी है । इस मामले में बोर्ड के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि, “समय सीमा में सिलेब्स को पूरा करने के लिए सेशन को जल्द शुरू करना गलत है। ऐसा करने से छात्रों की चिंता बढ़ती है और उन्हें थकान होता है।” बता दें की कैलेंडर के मुताबिक सत्रारम्भ 31 मार्च-1 अप्रैल के बीच में होता है।
इसके अलावा सीबीएसई ने पेपर लीक से जुड़े अफवाहों के लिए भी निर्देश जारी किया है। बोर्ड के कथानुसार कुछ असमाजिक तत्व लगातार सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म के जरिए पेपर लीक के बारे में अफवाहें फैला रहे हैं। ऐसे लोगों पर निगरानी की जा रही है। जल्द ही कार्रवाई भी की जाएगी। 21 मार्च को 10वीं बोर्ड की परीक्षाएं खत्म होने वाली हैं। वहीं 12वीं का अंतिम पेपर 5 अप्रैल को होगा।