मदिरा प्रदेश कहकर कमलनाथ ने मध्य प्रदेश का किया है अपमान: CM शिवराज 

 

सुमित कुमार, संवाददाता

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश को ‘मदिरा’ प्रदेश बताने पर बृहस्पतिवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ पर निशाना साधने हुए कहा कि यह राज्य का और जनता का अपमान है। मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा कि कमलनाथ का राज्य की मिट्टी और संस्कृति से कोई लेना देना नहीं है और उन्होंने इस टिप्पणी से राज्य के आठ करोड़ नागरिकों का अपमान किया है। 

मुख्यमंत्री ने मीडिया से कहा,  कमलनाथ को मध्यप्रदेश की माटी से, यहां के संस्कारों से, यहां की संस्कृति से लगाव नहीं है। वह यहां की जड़ों से नहीं जुड़े हैं। वह मध्यप्रदेश को मदिरा प्रदेश कह रहे हैं, यह मध्यप्रदेश का अपमान है। यह मध्यप्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता का अपमान है। यह मध्य प्रदेश की संस्कृति, परंपराओं का अपमान है।

बुधवार को अपने गृह क्षेत्र छिंदवाड़ा में कमलनाथ ने कहा था,  जब हम कहते हैं कि हम मध्य प्रदेश से हैं तो हमें बताया जाता है कि हम मदिरा प्रदेश से हैं। यह अब मध्य प्रदेश का पूर्ण रुप है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अच्छे दिनों का वादा किया था और चौहान शराब की कीमतें कम करके इसे हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं ने दिन में उज्जैन, जबलपुर और कुछ अन्य शहरों में नाथ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। राज्य सरकार ने रविवार को राज्य की नई आबकारी नीति को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत शराब की खपत को हतोत्साहित करने के प्रयास के तहत एक अप्रैल से कुछ कदम उठाये गये हैं।