इस गड्ढे को माना जाता है नरक का दरवाजा 4 दशक से ज्यादा समय से निकल रही है भीषण आग

 

स्वर्ग नरक के बारे में अक्सर सुनने को मिलता है. लेकिन इसके बारे में ज्यादा कोई नहीं जानता. आज हम आपको दुनिया के एक ऐसे स्थान के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे नरक का दरवाजा कहा जाता है.

लेकिन आज तक इसका रहस्य कोई नहीं जान पाया.तुर्कमेनिस्तान में एक बड़ा सा गड्ढा है और इससे पिछले चार दशक से ज्यादा से भीषण आग निकल रही है. इसीलिए इस गड्ढे को नरक का दरवाजा कहा जाता है. इस गड्ढे को देखकर कोई भी हैरान रह जाए.

अगर गलती से कोई इस गड्ढे में गिर जाए तो चंद सेकंड में उसकी जान चली जाएगी. बता दें कि तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात से करीब 260 किलोमीटर दूर काराकुम रेगिस्तान के दरवेज गांव में ये गड्ढा मौजूद है. बताया जाता है कि जमीन के अदंर मौजूद मिथेन गैस के चलते 1971 के बाद से यहां लगातार आग लगी हुई है. हालांकि ये गड्ढ़ा बना कैसे इसके पीछे भी एक दिलचस्प कहानी हैं.

 कि साल 1971 में सोवियत संघ के वैज्ञानिकों ने मिथेन गैस को जमा करने के लिए यहां ड्रिलिंग की थी. एक दिन यहां विस्फोट हुआ जिसके बाद 'नर्क के दरवाजे' के नाम से मशहूर ये गड्ढा गैस क्रेटर बन गया. वैज्ञानिकों ने हादसे के बाद मिथेन गैस को वायुमंडल में फैलने से रोकने के लिए यहां आग लगा दी. उन्हें लगा था कि ये आग एक दो हफ्ते बाद बंद हो जाएगी, लेकिन ये आग आज तक लगातार जल रही है.

जिस गड्ढे में आग जल रही है वो 229 फीट चौड़ा है और लगभग 65 फीट गहरा है. आज यह जगह मशहूर टूरिस्ट प्वाइंट बन चुका है. आपको बता दें कि इस गड़्ढे को देखने के लिए यहां पर हर साल लाखों लोग आते हैं. ये जगह अब एक टूरिस्ट प्लेस में बदल चुकी है.