सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए रविवार को करें ये उपाय, हो जाएंगे मालामाल

 


नई दिल्ली: सूर्यदेव को सभी ग्रहों में उत्तम माना जाता है। सूर्य की किरणों से शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार से लाभ मिलता है। उनकी पूजा ग्रहों को ठीक करने के साथ ही शारीरिक तौर पर भी सक्षम बनाती है। सूर्य ऐसे देव हैं जिन्हें साक्षात देखा जा सकता है। उनकी उपासना से सदा निरोगी रहने का वरदान प्राप्त होता है।

सूर्यदेव की उपासना से बड़े से बड़ा अशुभ टल जाता है। हर दिन सूर्य को जल चढ़ाने से कई कठनाईयों का समाधान हो जाता है। मान्यता है कि सभी देव सूर्यदेव का पूजन करते हैं। राम से लेकर रावण तक सभी सूर्य की उपासना करते रहे हैं, ऐसा शास्त्रो में वर्णन मिलता है। कहा जाता है कि श्रीकृष्ण के पुत्र सांब भी सूर्य की अराधाना करके ही कुष्ठ रोग से मुक्ति पाए थे।


कुंडली में सूर्य का योग
सूर्य कुंडली में आरोग्य शक्ति और पिता के कारक ग्रह हैं। जब जन्म कुंडली में सूर्य के दुष्प्रभाव प्राप्त हो रहे हों या फिर सूर्य राहू-केतू से पीड़ित हो तो सूर्य से संबंधित उपाय करना लाभकारी रहता है। विशेष कर ये उपाय सूर्य गोचर में जब शुभ फल न दे रहा हो तो इनमें से कोई भी उपाय किया जा सकता है।

सूर्य के उपाय करने पर अन्य अनिष्टों से बचाव करने के साथ-साथ व्यक्ति में रोगों से लड़ने की शक्ति का विकास होता है। इसके अलावा जब सूर्य दूसरे या द्वादश भाव पर हो या दृष्टि डाल रहे हो तो आंखों से संबंधित रोग होता है। ऐसे में अगर सूर्य की दशा चले तो रोग उभरता है। सूर्य आंखों को पीड़ित कर रहा हो तब इनके उपाय करने से व्यक्ति के कष्टों में कमी होती है।

सूर्य के उपाय
• एक तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें चंदन, चावल और लाल फूल लेकर अर्घ्य देना चाहिए।
• चढ़ाया गया जल पैरों के नीचे न आए, इसके लिए तांबे अथवा कांसे की थाली रख लें।
• थाली में जो जल एकत्र हो, उसे माथे, हृदय और दोनों बाहों पर लगाएं।
• विशेष कष्ट होने पर सूर्य के सम्मुख बैठकर आदित्यहृदय स्तोत्र या सूर्याष्टक का पाठ करें।
• सूर्य के सम्मुख बैठना संभव न हो तो घर के अंदर ही पूर्व दिशा में मुख कर यह पाठ कर लें।
• सूर्य के वैदिक मंत्र ऊँ घृणि सूर्याय नमः का जाप भी लाभकारी होता है। इस मंत्र का जाप प्रतिदिन किया जा सकता है।
• हर रविवार को सूर्य मंत्र का जाप करना विशेष रूप से शुभ फल देता है।
• सूर्य पूजा, उपासना, दान और मंत्रजाप स्वास्थ्य, यश और समृद्धि प्रदाता माना जाता है।