बिहार में फेमस हैं ये प्राचीन मंदिर, देश-विदेश से घूमने आते हैं पर्यटक

 

बिहार में कई सारे सबसे फेमस प्राचीन मंदिर है जिनका अपना समृद्ध इतिहास है। इन मंदिरों में घूमने के लिअए देश के कोने-कोने से पर्यटक आते हैं। पुराने वक्त में बिहार को मगध कहा जाता था और यह सबसे बड़ा साम्राज्य हुआ करता था। यहां जानिए बिहार के फेमस मंदिरों के बारे में जहां देश-विदेश से पर्यटक (Religious Tours) घूमने के लिए आते रहते हैं।

भारत-नेपाल सीमा पर स्थित मिथिला शक्ति पीठ बिहार के सबसे फेमस मंदिरों में से एक है। पौराणिक कथाओं की मानें तो यह 52 पौराणिक शक्ति पीठों में से एक है।  कहते हैं कि यहां पर देवी सती का बायां कंधा यहां गिरा था। मंदिर सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक खुला रहता है।

महाबोधि मंदिर


बोधगया में निरंजना नदी के तट पर स्थित ये मंदिर बौद्धों के लिए एक पवित्र स्थान है। ये जगह दुनिया भर के लाखों पर्यटकों को आकर्षित करती है। मुख्य मंदिर के अलावा, यहां के फेमस बोधि वृक्ष को भी आप देख सकते हैं। मन की शांति के लिए आपको बोधगया जरूर जाना चाहिए। ये मंदिर सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहता है।

विष्णुपद मंदिर

विष्णुपद मंदिर बिहार के सबसे फेमस मंदिरों में से एक है। यहां पूजा के लिए भगवान विष्णु के पैरों के निशान रखे गए हैं। भारत भर से लोग पितृ पक्ष के दौरान दिवंगत आत्माओं के ‘पिंड दान’ अनुष्ठान को करने के लिए आते हैं।

मंगला गौरी मंदिर

अगर आप पवित्र शहर गया में हैं, तो आप बिहार के सबसे प्रतिष्ठित मंदिरों मंगला गौरी मंदिर के दर्शन जरूर करें। ये भारत के 18 शक्तिपीठों में से एक है। ऐसा माना जाता है कि यहां सती के शरीर का एक अंग गिरा था और इस जगह कोस्तनों के रूप में पूजा जाता है।