शरीर में हो गई है आयरन की कमी, इन Drinks के सेवन से बढ़ाएं Hemoglobin का स्तर

 

जब शरीर में आयरन की कमी होती है तब कमजोरी, थकान और सुस्ती जैसी दिक्कतें सामने आती हैं। शरीर में जब लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में कमी होने लगती हैं, तो आयरन की कमी होती है। इससे आप एनीमिया के शिकार हो सकते हैं।

बता दें आयरन की कमी से शरीर के अन्य अंग भी प्रभावित होते हैं। इसलिए जरूरी है कि शरीर में खून की कमी दूर करने के लिए आप अपनी डाइट का खास ध्यान रखें। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे ड्रिंक्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें पीने से शरीर में आयरन की कमी दूर हो सकती है। 

आंवला सेहत का खजाना है, इसे सर्दियों के मौसम का सुपरफूड कहा जाता है। बता दें विटामिन-सी से भरपूर आंवला को इम्युनिटी बूस्टर के रूप में भी जाना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं, एनिमिया के मरीजों के लिए आंवला दवा के रूप में काम करता है। शरीर में हीमोग्लोबिन के निर्माण के लिए आप रोजाना आंवला का जूस पी सकते हैं। हालांकि इसका स्वाद थोड़ा तीखा लगेगा, लेकिन इस जूस को पीने से आपकी सेहत अच्छी रहेगी।

गन्ने के रस का न केवल मीठा स्वाद होता है, बल्कि यह आयरन और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है। एनीमिया के मरीजों की डाइट में गन्ने का रस शामिल कर सकते हैं। इसे पीने से शरीर में ऊर्जा का संचार होता है और कमजोरी दूर होती है।

बता दें चुकंदर सेहत के लिए सबसे हेल्दी फूड आइटम्स में से एक माना जाता है। इसमें फाइबर की मात्रा पर्याप्त होती है, जो पाचन के लिए सहायक है। अगर आपके शरीर में खून की कमी है, तो चुकंदर का जूस आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।

ये शर्बत भुने हुए चने से सत्तू तैयार किया जाता है। इस सत्तू से हेल्दी और स्वादिष्ट ड्रिंक बनाई जाती है। इसे बनाने के लिए आप नींबू का रस और कुछ मसालों का भी उपयोग कर सकते हैं। इसमें प्रोटीन, आयरन और कई आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं। इस ड्रिंक को पीने से शरीर में आयरन की पूर्ति होती है और आप एनीमिया की समस्या से बच सकते हैं।

अनार सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इस फल में आयरन और विटामिन-सी पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। अनार का जूस पीने से शरीर में हीमोग्लोबिन बनने में सहायता मिलती है साथ ही शरीर की कई समस्याएं भी दूर होती हैं।

नोट- खबर में दी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।