Bharat Jodo Yatra: राहुल गांधी ने कहा कि 'प्रशासन ने डराया लेकिन कश्मीरियों ने मुझे हथगोला नहीं प्यार और स्नेह दिया' 

 

Jammu News: भारत जोड़ो यात्रा के अंतिम दिन राहुल गांधी ने केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन पर उन्हें डराने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें हथगोलों के हमलों का डर दिखा कर उन्हें पैदल चलने की बजाय कश्मीर में वाहन में चलने के लिए कहा गया था।

राहुल गांधी ने कहा, "जम्मू कश्मीर के लोगों ने मुझे हैंड ग्रेनेड नहीं प्यार दिया। अपना माना, प्यार से आंसुओं से मेरा स्वागत किया। चार दिन मैंने जैसे पैदल कश्मीर की यात्रा की वैसे बीजेपी का कोई नेता नहीं कर सकता। ऐसा इसलिए नहीं कि जम्मू कश्मीर के लोग उन्हें चलने नहीं देंगे। बल्कि ऐसा इसलिए क्योंकि बीजेपी के लोग डरते हैं।"

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के समापन समारोह दौरान राहुल गांधी ने शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में भारी बर्फबारी के बीच भाषण दिया। राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान केद्र सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल पर जमकर हमला बोला साथ ही अपने जीवन में घटी घटनाओं का जिक्र करके कुछ भावुक बातें भी कहीं।

उन्होंने कहा, "मैं सरकारी घरों में रहा। मेरे पास कभी घर नहीं था। मेरे लिए घर एक स्ट्रक्चर नहीं जीने का तरीका है। जिस चीज को आप कश्मीरियत कहते हैं उसे मैं घर मानता हूं। ये कश्मीरियत है क्या? ये शिवजी की सोच है। और गहराई में जाएंगे तो शून्यता कहा जा सकता है। अपने आप पर, अपने अहंकार पर, अपने विचारों पर आक्रमण करना। इस्लाम में इसे फना कहा जाता है। सोच वही है।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा, "पुलवामा हमले में जो शहीद हुए उनके घर वालों पर क्या बीता ये बात प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह नहीं समझ सकते। मैं समझ सकता हूं। जो लोग हिंसा करवाते हैं वे उस दर्द को नहीं समझते हैं"

अपने पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जब वह अमेरिका में थे तब उन्हें एक फोन कॉल आया और बताया गया कि उनके पिता की हत्या कर दी गई। राहुल ने आगे कहा कि वह नहीं चाहते कि ऐसे फोन कॉल किसी जवान के घर पर जाएं।