अब जब गुजरात चुनाव में आम आदमी पार्टी, बीजेपी के सामने पूरे दमखम के साथ उतरना चाहती है, उस बीच ये सियासी झटका काफी मायने रखता है और जमीन पर कई समीकरण भी बदल सकता है। गुजरात में की 182 सीट में 27 सीटों पर आदिवासी समाज का प्रभाव है। कई क्षेत्रों में हार-जीत भी ये आदिवासी वोटर ही तय कर जाता है। इसी वजह से उस वोटबैंक में सेंधमारी के लिए आप ने भारतीय ट्राइबल पार्टी से हाथ मिलाया था, लेकिन अब वो पहल फेल हो गई है, क्योंकि चुनाव से पहले ही गठबंधन तोड़ दिया गया है। अभी तक आप की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
गुजरात में आप ऑफिस पर छापा, कुछ न मिलने पर पुलिस ने फिर आने की कही बात
गुजरात में आम आदमी पार्टी ऑफिस में पुलिस ने छापा मारा है। इसका दावा आप नेता इसुदान गढवी ने अपने ट्वीट में किया है। उन्होंने कहा कि ऑफिस में पुलिस ने दो घंटे तक तलाशी ली, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला। जाते-जाते पुलिस ने यह भी कहा कि हम फिर आएंगे। इस मामले में दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने कहा कि गुजरात की जनता से मिल रहे अपार समर्थन से भाजपा बुरी तरह बौखला गई है। आप पार्टी के पक्ष में गुजरात में आंधी चल रही है, इसीलिए बीजेपी सत्ता का दुरुपयोग कर हमारे ऑफिस पर रेड करवा रही है।