हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में एक पूर्व सैनिक ने अपना शरीर दान करने का फैसला किया है. इससे पहले वो 1996 में अपनी एक किडनी दान कर चुके हैं. पूर्व सैनिक नें लोगो से भी अंग दान करने की अपील की है.
दरअसल, मंडी में नशे के खिलाफ एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसमें पूर्व सैनिक परमा राम चौधरी (70 साल) भी पहुंचे थे. उन्होनें हाफ मैराथन दौड़ में भी भाग लिया और प्रथम स्थान प्राप्त किया. इस दौरान पूर्व सैनिक परमा राम चौधरी ने इलाके के मेडिकल कॉलेज नेरचौक में अपना देह दान करने का ऐलान किया. इससे पहले वो 1996 में बिहार के एक व्यक्ति को किडनी दान कर चुके हैं. परमा राम चौधरी 1971 में फौज में भर्ती हुए थे.
पूर्व सैनिक परमा राम चौधरी ने कहा कि मरने के बाद कर्म-क्रिया में लोग बहुत पैसा खर्च करते हैं. इससे अच्छा है कि मरने के बाद शरीर के अंग किसी के काम आ जाएं. इसी वजह से देह दान करने का फैसला लिया है. उन्होंने बेटे को भी बताया है कि उनके मरने के बाद शरीर को जलाया न जाए, बल्कि दान कर दिया जाए.
परमा राम चौधरी ने आगे बताया कि आज के समय में सगे-संबंधी भी काम नहीं आते हैं. कोई दूसरों का भला करना नहीं चाहता. उन्होनें बताया कि एक किडनी निकल जाने के बाद भी उनके स्वास्थ्य में कोई फर्क नहीं पड़ा. वो पहले जैसे ही अपने काम करते हैं और पूरी तरह स्वास्थ हैं. उन्होंने लोगों से भी अपील की कि शरीर को जलाने से अच्छा है कि अंग दान करें ताकि किसी का भला हो.